शिमला
प्रदेश में 5 महीने के बाद 1 सितम्बर से नियमित कक्षाओं के लिए काॅलेज खुल रहे हैं। इस दौरान 50 प्रतिशत क्षमता के साथ काॅलेजों में नियमित कक्षाएं लगेंगी। इससे पूर्व बीते मार्च माह में काॅलेज एक माह के लिए खोले गए थे। वीरवार को शिक्षा सचिव की ओर से काॅलेज खोलने की अधिसूचना जारी कर दी गई है। इसके तहत काॅलेज में विद्यार्थियों व शिक्षकों को बिना मास्क व थर्मल स्कैनिंग के प्रवेश नहीं मिलेगा। काॅलेज प्रशासन गेट पर कर्मचारियों की ड्यूटी लगाएगा, जो हर विद्यार्थी की थर्मल स्कैनिंग करेंगे। सर्दी-जुकाम के लक्षण वाले विद्यार्थियों को काॅलेज आने पर रोक रहेगी। इस दौरान काॅलेजों को कहा गया है कि वे माइक्रो प्लान बनाएं ताकि कैंपस में शारीरिक दूरी के नियमों की सख्ती से पालना हो सके।
काॅलेजों में 25 व 26 अगस्त को मैरिट लिस्ट जारी कर दी गई है। अब 27 से 31 अगस्त तक काॅलेजों में विद्यार्थियों को फीस जमा करवानी होगी। 1 सितम्बर के बाद दूसरी मैरिट लिस्ट जारी होगी। 2 से 4 सितम्बर तक दूसरी मैरिट लिस्ट में चयनित विद्यार्थियों को फीस जमा करवाने का मौका दिया जाएगा। प्रदेश में 18 वर्ष से अधिक आयु के 90 प्रतिशत युवाओं को कोरोना की वैक्सीन लग चुकी है।
नई शिक्षा नीति को लागू हुए एक साल हो गया है, ऐसे में शिक्षा विभाग इसे शिक्षा पर्व के रूप में मनाने जा रहा है। प्रदेश में 7 से 17 सितम्बर तक इस पर्व को मनाया जाएगा। केंद्र सरकार की ओर से आए सर्कुलर के बाद शिक्षा विभाग ने इसको लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस दौरान वैबिनार, वर्चुअल कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर, सचिव शिक्षा राजीव शर्मा और शिक्षा निदेशक डाॅ. अमरजीत शर्मा सहित अन्य अधिकारी वर्चुअल कार्यक्रमों में भाग लेंगे। शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने इसको लेकर प्रारंभिक व उच्चतर शिक्षा विभाग, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय और एससीईआरटी को पत्र भेजा है। इसमें पूछा है कि नई शिक्षा नीति के तहत अब तक क्या-क्या कार्य किए जा चुके हैं। उन्होंने 8 सितम्बर तक एक-एक योजना को लागू करने के निर्देश भी दिए हैं। नई शिक्षा नीति लागू करने वाला हिमाचल देशभर में पहला राज्य बना है।