शिमला, डॉ० राजीव बिन्दल भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि प्रदेश की वर्तमान सरकार कन्फयूजड सरकार है और इस कन्फयूजन में हिमाचल प्रदेश के लाखों बेरोजगारों को धोखा दे रही है।
रोजगार देने वाले संस्थान मुख्यमंत्री श्री सुखविन्द्र सुक्खू ने बन्द कर दिया और 13 महीने में नया संस्थान खड़ा नहीं किया और न ही पूर्व के संस्थान द्वारा लिये गये पेपरों के परिणाम निकाले जिसके फलस्वरूप पिछले एक साल से हजारों बेरोजगार सड़कों पर नारे लगाने पर मजबूर हैं और जब वे मुख्यमंत्री के पास जाते है तो वह उनको मंत्रियों के पास भेज देते हैं और जब मंत्रियों के पास जाते है तो वह उन्हें मुख्यमंत्री के पास भेज देते हैं। इस प्रकार मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री ने उनका फुटबाल बना दिया है। वर्तमान कांग्रेस सरकार ने एक निर्णय लिया है कि प्रदेश में गेस्ट टीचर / गेस्ट लैक्चरार भर्ती किये जाएंगे। पूरे प्रदेश में स्थान स्थान पर गेस्ट टीचर और गेस्ट लैक्चरार लगाने के विरोध में धरने प्रदर्शन हुए। बेरोजगार मजबूरी में सड़कों पर उतरे और मुख्यमंत्री को यह निर्णय होल्ड़ करना पड़ा और इसमें भी कन्फयूजन है कि जब शिक्षा मंत्री वापिस आएंगे तो यह निर्णय लिया जाएगा। डॉ० बिन्दल ने कहा कि या तो मुख्यमंत्री को अपनी आथॉरिटी पर विश्वास नहीं या मुख्यमंत्री व मंत्रियों के बीच में भारी मतभेद है या फिर जानबूझ कर बेरोजगारों को लटकाने का प्रयास है। भटकाने
डॉ० बिन्दल ने कहा कि 2022 के चुनाव में पहली कैबिनेट में एक लाख नौकरी देने की गांरटी देकर सत्ता में आई कांग्रेस सरकार ने 10 हजार छोटे बड़े कर्मचारियों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया। कर्ज का रोना रोने वाली सरकार 12 महीने में 14 हजार करोड़ का कर्जा ले चुकी है और इसके अतिरिक्त और कर्जा लेने जा रही है। यह मालूम नहीं कि कर्जा कहां लग रहा है। सरकार के ऐशो आराम की कोई कमी नहीं। बेरोजगारों को रोजगार के नाम पर सरकार अपने आप को पूरी ताकत के साथ बिना पैसों की तंग हाल सरकार बताने मे मसरूफ है। डा0 बिन्दल ने कहा कि यह सारा कर्ज कांग्रेस की देन है। भारतीय जनता पार्टी ने सुखविन्द्र सिंह सुक्खू सरकार पर आरोप लगाया कि पिछले 13 महीने में एक भी काम हिमाचल प्रदेश की जनता के हित में कांग्रेस सरकार ने नहीं किया। मुख्यमंत्री जी पैसों का रोना – धोना छोड़कर जनता के काम करें, जो इनका प्रथम कर्वय है।