शिमला, भाजपा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने कहा की कांग्रेस सरकार लगातार हिमाचल प्रदेश की जनता पर बोझ बड़ाने का कार्य कर रही है। जब चुनाव आते हैं तो कांग्रेस सरकार के नेता जनता से जन सेवा का वादा करते हैं, पर जैसे ही चुनाव चले जाते हैं तो यही नेता जनता को जेब बोझ बड़ाने की नीति तय कर देते हैं।
उन्होंने कहा की पुलिस के बाद अब स्टूडेंट महिला सबसिडी पर मंथन करने का काम यह कांग्रेस सरकार कर रही है। कैबिनेट ने पुलिस कर्मियों की बस यात्रा को एक्नुअल टिकट पर कर दिया है। इसके बाद अब छात्र- छात्राओं को दी जा रही फ्री यात्रा और महिलाओं को दिए जा रही आधी छूट पर चिंतन शुरू हुआ है। एचआरटीसी के अनुसार हिमाचल प्रदेश पुलिस के कांस्टेबल जो बसों में यात्रा करते हैं, उसका सालाना खर्च करीब 36 करोड़ है। इससे पुलिस कर्मचारियों को सुविधा ही मिलती थी अब वह टिकट भी कटवाएंगे और उसके बाद सरकार से वापसी की गुहार भी लगाएंगे तो यह तो एक पुलिस कर्मियों के लिए नया काम उत्पन्न हो गया है जो की एक बड़ी असुविधा है। पुलिस जवान हर महीने 210 रुपए का योगदान इसके बदले करते हैं यह इस सरकार को नहीं दिखम ।
उन्होंने कहा की हिमाचल सरकार सरकारी स्कूलों के छात्र-छात्राओं को फ्री बस यात्रा देती है, महिलाओं को 50 फीसदी किराया माफ है। इन दोनों खर्चों को लेकर अभी कैबिनेट ने अंतिम फैसला लेना है। हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम अपनी 3700 बसों के बेड़े से हर रोज छह लाख लोगों को यात्रा करवाता है। इसमें से दो लाख सरकारी स्कूलों के बच्चे होते हैं, जबकि 160000 के करीब महिलाएं रोज सफर करती हैं। इस योजना को बंद कर कांग्रेस सरकार क्या दिखाना चाहती है कि वह महिलाओं और बच्चों पर 400 करोड़ का बोझ डालने का प्रबंध करना चाहती है।
हिमाचल प्रदेश में पानी महंगा, बिजली महंगी, सीमेंट महंगा, डीजल महंगा, बस महंगाई महंगाई का बोलबाला है।