शिमला, भाजपा प्रवक्ता संदीपनी भारद्वाज ने कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता कुलदीप राठौर का जवाब देते हुए कहा मात्र पब्लिसिटी हासिल करने के लिए कांग्रेस के नेता सेब पर बयान बाजी कर रहे हैं। हम इनसे पूछना चाहते हैं कि अगर विधायक का काम विधानसभा में प्रश्न लगाना नहीं है तो दूसरा काम क्या है ? अगर वह प्रश्न नहीं लगाएंगे तो उनको विधायक कौन कहेगा , इसलिए सेब के प्रश्न लगाने पर राजनीति करने का नया ट्रेंड हिमाचल प्रदेश में शुरू हुआ है।
उन्होंने कहा कि हम उनको याद दिलाना चाहेंगे कि उनके गुरु आला पूर्व केंद्र मंत्री आनंद शर्मा ने कांग्रेस कार्यकाल के समय आयात शुल्क पर मेमोरेंडम प्रस्तुत किया था और इसको लेकर तभी काफी नीतियां तब ही बन गई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने तो इसमें आयतुल को बढ़ाया और बाहर से आए सेब पर प्रतिबंध लगाया तो इनको आनंद शर्मा से भी पूछ लेना चाहिए की क्या ठीक है क्या गलत।
उन्होंने कहा की अगर आयात शुल्क बड़ा है तो भारतीय जनता पार्टी की सरकार के दौरान बड़ा है और इसको कांग्रेस पार्टी को मनाना ही पड़ेगा, अब अगर उनके नेताओं ने जो करार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किया है उसको बदला तो जा सकता नहीं है। प्रदेश में लगभग 5,000 करोड़ की सेब आर्थिकी है और इनको गुमराह करने का कार्य कांग्रेस पार्टी के नेता कर रहे हैं।
हम कांग्रेस पार्टी के नेता से पूछना चाहते है की हिमाचल प्रदेश के किसानों-बागवानों को अब कृषि विभाग से एंटी हेलनेट की सुविधा नहीं मिलेगी। यह क्यों,
सरकार ने कृषि विभाग के जरिये मिलने वाली एंटी हेलनेट स्कीम को अब उद्यान विभाग में शामिल कर दिया है। ऐसे में एंटी हेलनेट के लिए जिन हजारों किसानों ने कृषि विभाग में आवेदन कर रखा था अब उन्हें बागवानी विभाग में फिर से आवेदन करना होगा। सरकार एंटी हेलनेट योजना में किसानों-बागवानों को 80 फीसदी अनुदान देती है। इस प्रकार की परेशानी कांग्रेस सरकार ने क्यों पैदा करी वह भी सीजन के टाइम पर यह सोचने की बात है।