जयराम सरकार के तीन साल पूरे होने पर हिमाचल की सियासत गरमा गई है । एक तरफ जहां सरकार अपने तीन साल के कार्यकाल के दौरान उपलब्धियों का गुणगान कर कही है, वहीं कांग्रेस प्रदेश सरकार पर सहयोगी रुख इख्तियार किए हुए थी ।कांग्रेस ने तीन साल पूरा होने के उपलक्ष्य पर सरकार द्वारा लगवाए होर्डिंग को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत करने का ऐलान किया है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने पत्रकार वार्ता में कहा कि 3 साल का जश्न सरकारी खर्चे पर करना प्रदेश की जनता के पैसे का दुरुपयोग है। यदि 3 साल में विकास हुआ होता तो सरकार को बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगाने की जरुरत नहीं पड़ती और प्रचार के लिए इतने बड़े कार्यक्रम को नहीं रखने पड़ता । कांग्रेस जब इसके खिलाफ सड़कों पर उतरती है तो सरकार कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज कर लेते जबकि बीजेपी नेता सरेआम कोरोना प्रोटोकॉल तोड़ रहे हैं, उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। राठौर ने कहा जयराम सरकार में यह दोहरे मापदंड क्यों हैं।
राठौर ने कहा कि पंचायती राज चुनाव के बीच जयराम सरकार का 3 साल का जश्न समझ से परे है। सरकार के कोड के बड़े-बड़े होडिंग लगे हैं। इसको लेकर कांग्रेस चुनाव आयोग से शिकायत करेगी। देखना होगा कि चुनाव आयोग में क्या कार्रवाई होती है। वहीं, हिमाचल बीजेपी प्रभारी अविनाश राय खन्ना के बयान पर कांग्रेस पार्टी तिलमिला गई है। बीजेपी प्रभारी नेचल में कदम रखते हुए ही कांग्रेस पर हमला बोल दिया। उन्होंने हिमाचल कोपल सी यानी कि कारोना, करप्शन व कांग्रेस मुक्त करने का बयान दिया था। इस बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस पार्टी प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने कहा कि जयराम सरकार ना प्रदेश को कोरोना मुक्त कर पाया है और ना ही करप्शन मुक्त है।
जहां तक कांग्रेस पार्टी मुक्त करने की बात है तो कांग्रेस पार्टी दुनिया की सबसे प्राचीन पार्टी है, जिनके नेताओं ने देश प्रदेश को आगे बढ़ाया है। इस वक़्त तो बीजेपी की सरकार प्रदेश में है। जनता इसकी प्रमुख इच्छा है कि प्रदेश को बीजेपी मुक्त करना है या कांग्रेस। प्रदेश सरकार हर मोर्चे में असफल रही है।