आईजीएमसी में कैंटीन को लेकर मंगलवार को एकदम विवाद उपज गया, ऐसे में प्रशासन को सुबह के समय फोर्स बुलानी पड़ी। पुलिस के 10 से 15 जवानों ने कैंटीन के बाहर घेरा डाल दिया। पूरे दिनभर कैंटीन मालिक व प्रशासन के बीच खूब खींचातानी चलती रही लेकिन कैंटीन पूरी तरह से बंद नहीं हुई। हुआ यूं कि सुबह के समय में आईजीएमसी के प्रशासनिक अधिकारी कैंटीन को बंद करने के लिए निकल पड़े। जब वे कैंटीन में अंदर गए तो दरवाजे बंद कर दिए लेकिन अंदर कर्मचारी थे जोकि कैंटीन में काम करते हैं।
प्रशासन अधिकारी व मालिक सहित कर्मचारियों के बीच दरवाजे बंद कर बातचीत चलती रही लेकिन विवाद नहीं सुलझा। बाद में प्रशासनिक अधिकारी कैंटीन से बाहर निकले और सुरक्षा कर्मियों को कैंटीन में ताले लगाने के निर्देश दिए, लेकिन सुरक्षा कर्मी भी इस दौरान कैंटीन में ताले नहीं लगा पाए, क्योंकि कैंटीन में अंदर मालिक व कर्मचारी थे, ऐसे में पुलिस भी वहां पर तमाशा ही देखती रही। पुलिस कर्मचारियों का तर्क था कि उन्हें कोर्ट की तरफ से कैंटीन खाली करवाने के कोई आदेश नहीं हैं, ऐसे में वे कैंटीन को खाली नहीं करवा सकते हैं।
कैंटीन के बाहर सुरक्षा कर्मियों को खड़ा कर दिया था। कैंटीन के अंदर सिर्फ मालिक व कर्मचारी ही रहे। दिनभर खूब विवाद होता रहा लेकिन शाम तक प्रशासन कैंटीन में ताला नहीं लगवा सका और न ही कैंटीन मालिक ने कैंटीन को खाली किया। कैंटीन को लेकर मालिक व प्रशासन एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। मालिक कहते हैं कि उन्होंने कोर्ट से स्टे लिया है, ऐसे में अभी तक उन्हें कोई कोर्ट की तरफ से निर्देश नहीं आए हैं।
उधर, प्रशासन का दावा है कि कैंटीन को लेकर जो टैंडर हुए थे उसकी प्रक्रिया खत्म हो गई है। ऐसे में अब कैंटीन को खाली करवाया जा रहा है। यहां पर सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि आईजीएमसी की यह कैंटीन एक के बाद एक विवादों में फंसती जा रही है। इसको लेकर काफी पहले से विवाद चलता आ रहा है। दोनों मालिक व प्रशासन ने इसको लेकर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।