वन विभाग हिमाचल प्रदेश के टाॅलैंड स्थित मुख्यालय के सभागार में सुंदर सिंह ठाकुर, मुख्य संसदीय सचिव (वन) ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वन विभाग के अधिकारियों के साथ वनों में सालवेज लाॅट मार्किंग के संदर्भ में बैठक की।
उन्होंने कहा कि वनों में अनेक सूखे व गिरे पेड़ पड़़े रहते हैं जिनकी मार्किंग समय पर न होने के कारण वन संम्पदा का नुकसान व सरकार को वित्तीय हानि होती है। इसलिए मार्किंग प्रक्रिया में बदलाव लाने की आवश्यकता है। इस के संदर्भ में उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जंगलों में सूखे व गिरे पेड़ों की सूची प्रतिदिन तैयार की जाए।
वनरक्षक से लेकर वन मंडल अधिकारी स्तर के सभी अधिकारी प्रतिदिन सूची तैयार कर मार्किंग की प्रक्रिया को पुरा करेंगे। इस कार्य को नीतिगत लाने के लिए प्रधान मुख्य अरण्यपाल को मानक संचालन प्रक्रिया तैयार करने के आदेश दिए।
आरम्भिक स्तर पर विभाग के अधिकारी 31 मई तक सूखे व गिरे पेड़ों की सूची विभागीय स्तर पर तैयार कर 15 जून तक सरकार को सौंपेंगे।
इस प्रकार की सालवेज मार्किंग से वन विभाग लगभग 50 पेड़ों की मार्किंग कर निविदा के माध्यम से विक्रय कर सकता है। इससे वन संपदा को होने वाली हानि से बचने के साथ-साथ स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। उन्होंने स्थानीय युवाओं की कार्यकुशलता को बढ़ाने के लिए कौशल विकास निगम द्वारा प्रशिक्षण देने की बात भी कही।
इस अवसर पर राजीव कुमार, प्रधान मुख्यअरण्यपाल (वन बल प्रमुख) सहित वन विभाग के समस्त अधिकारी उपस्थित थे।