अगर आपके मोबाइल अथवा ईमेल पर जाॅब सर्च, पैनकार्ड, रिवार्ड पोईंटस या इंटरव्यू के लिए किसी वेबसाइट का लिंक आ रहा है, तो सावधान रहें। इन वेबसाइटों से मिलते-जुलते नाम वाली वेबसाइटों के जरिए फर्जी लिंक भेजकर ठगी की जा रही है। राज्य में ऐसी ठगी के मामले सामने आ चुके हैं। इसे देखते हुए साइबर पुलिस शिमला ने एडवाइजरी जारी कर लोगों को सचेत रहने की सलाह दी है।
साइबर पुलिस शिमला ने लोगों से आग्रह किया है कि से अपने मोबाइल या ईमेल पर किसी भी संदिग्ध लिंक को क्लिक न करें, क्योंकि ऐसा करने से वे साइबर धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं।
साइबर पुलिस ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर ऐसी आधा दर्जन वेबसाइटों का खुलासा किया है, जिनके जरिए साइबर अपराधी ठगी को अंजाम दे रहे हैं। साइबर पुलिस का कहना है कि वर्तमान मे साइबर अपराध का प्रचलन दिन प्रति दिन बढ़ रहा है। साइबर अपराधी साईबर ठगी व ऑनलाइन पैसे एंठने के लिये नये से नये तरीके खोज रहे हैं। वे मोबाईल फोन या इमेल पर मैसेज भेज कर कोई लिंक या वैबसाईट का हवाला देकर लोगो को जाल में फंसाते है। उन्होंने कहा कि साइबर क्राइम यूनिट ऐसे जालसाजों पर नकेल कसने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है।
साइबर पुलिस के मुताबिक उन्होंने ऐसी छह वैबसाईट चिन्हित की हैं, जिनके जरिए ठग आम लोगों से धोखाधड़ी कर रहे हैं। शातिर अपराधियों द्वारा पैन कार्ड बनाने, क्रैडिट व डैबिट कार्ड उपभोगताओं को रिवार्ड पोईंटस को रीडिम करवाने, अभ्यार्थियों को नौकरी दिलाने तथा उनका साक्षात्कार करवाने के नाम पर ऐसी वेबसाइटों के लिंक भेजकर ठगी को अंजाम दिया जा रहा है।