भले ही केंद्र सरकार डिजिटल इंडिया बनाने का सपना लेकर चली हो लेकिन अभी भी कई क्षेत्र ऐसे है जहाँ दूरसंचार व इंटरनेट की सुविधा से लोग महरूम है। ऐसी ही उपमण्डल अर्की की एक पंचायत दावटी है जहाँ के लोगों के मोबाइल फोन खाली डिब्बे बन कर रह गए हैं। दावटी पंचायत के गांव फाँजी, खांगड, शावग, शिवनगर, दावटी सहित अन्य गांव में मोबाइल टॉवर के सिंग्नल आंख मिचौली खेलते रहते है। जिस कारण लोगों को अपने रिश्तेदारों व किसी अन्य काम को लेकर दूसरों से सम्पर्क करने को लेकर काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही ग्राम पंचायत दावटी के कर्मचारियों को पंचायत के काम को लेकर फोन व इंटरनेट की सही से सुविधा न मिलने के कारण उन्हें घनागुघाट जाना पड़ता है। स्थानीय पंचायत के हरिराम कौंडल, मुकेश, खेमचंद, पिंकू, संतलाल, अमित, राहुल सहित अन्य का कहना है कि उन्हें रोज़ाना फोन के माध्यम से लोगों से सम्पर्क करना होता है लेकिन नेटवर्क सही से न होने के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने सरकार व प्रशासन से मांग की है कि वह इस समस्या की ओर ध्यान देकर उन्हें इससे निजात दिलवाएं ताकि देश के प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया के सपने को साकार किया जा सके।