कालका-शिमला नेशनल हाईवे-5 मंगलवार सुबह क्यारीबंगला के समीप भूस्खलन होने से करीब दो घंटे वाहनों की आवाजाही ठप रहा। इस दौरान सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। वहीं, पहाड़ी दरकने से सड़क पर खड़ी पोकलेन मशीन मलबे की चपेट में आ गई। गनीमत रही कि इस मशीन में कोई सवार नहीं था। सूचना मिलने के बाद पुलिस व फोरलेन निर्माता कंपनी के अधिकारी मौके पर पहुंचे। हालांकि करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद हाईवे को बहाल कर लिया गया।
जानकारी के अनुसार भूस्खलन सुबह करीब आठ बजकर 30 मिनट पर हुआ। उस दौरान फोरलेन निर्माता कंपनी की टीम पहाड़ी से मलबा हटाने का कार्य शुरू के रही थी। अचानक पहाड़ी से मलबा व पत्थर सड़क पर गिरने लगे। इसके बाद अचानक ट्रैफिक को रोका गया और थोड़ी ही देर में पूरी सड़क मलबा आने से बंद हो गई। इसके बाद फोरलेन कंपनी ने करीब साढ़े 10 बजे तक हाईवे को वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल किया।
गौर रहे कि सोलन से कैथलीघाट तक दूसरे चरण में फोरलेन निर्माण कार्य चला हुआ है। यहां पर बड़ी-बड़ी पहाड़ियों पर पीला पंजा चला हुआ है। बारिश के बाद अब कई जगहों पर पत्थर व मलबा गिरने के मामले आ चुके हैं। इससे पहले परवाणू से सोलन के बीच भी कई जगहों पर मलबा गिर चुका है।