बिलासपुर
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिला से एक सनसनीखेज खबर सामने आई है। यहां तीन दिन पहले लापता हुई 17 साल की लड़की का शव झील में तैरता हुआ मिला है। झील में लड़की का शव मिलने से पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई है। मामला बिलासपुर जिला के उपमंडल झंडूता के तहत आते बड़गांव गांव से सामने आया है। वहीं लड़की का शव मिलने के बाद परिजनों पर भी दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। वह उम्मीद लगाए बैठे थे कि उनकी बेटी आज नहीं तो कल मिल जी जाएगी। लेकिन अब उसकी देह मिलने के बाद उनकी सारी उम्मीदें भी टूट गई हैं।
मिली जानकारी के अनुसार आज बिलासपुर जिला के बैंकू घाट के पास गोबिंद सागर झील में एक लड़की का शव दिखा। स्थानीय लोगों ने सबसे पहले इस शव को देखा और इसकी सूचना झंडूता पुलिस थाना को दी। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को झील से बाहर निकाला और उसे अपने कब्जे में लिया। जांच करने पर यह शव 28 जुलाई को लापता हुई लड़की का पाया गया।
बताया जा रहा है कि झील में मिले शव की पहचान 17 वर्षीय मनीषा कुमारी पुत्री कुलदीप निवासी गांव बड़गांव डाकघर नघियार तहसील झंडूता जिला बिलासपुर के रूप में हुई है। मनीषा 28 जुलाई को अपने घर से संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई थी। परिजनों ने उसकी हर जगह तलाश की लेकिन जब उसका कोई सुराग नहीं मिला तो परिजनों ने शाहतलाई पुलिस थाना में बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।
परिजनों की शिकायत पर पुलिस लड़की की तलाश में जुटी हुई थी। वहीं परिजन भी अपने स्तर पर बेटी की तलाश कर रहे थे और उम्मीद जता रहे थे कि उनकी बेटी उन्हें सही सलामत मिल जाएगी। लेकिन आज उन पर उस समय दुखों का पहाड़ टूट पड़ा, जब उन्हें खबर मिली कि उनकी बेटी का शव झील में मिला है। परिजनों ने मौके पर पहुंच कर शव की शिनाख्त की है
वहीं पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर भेज दिया है। मामले की पुष्टि करते हुए डीएसपी झंडूता मनीष चौधरी ने बताया कि पुलिस हर संभव पहलू से मामले की जांच कर रही है। लड़की किन परिस्थितियों में घर से गायब हुई थी। लड़की ने आत्महत्या की है या उसकी हत्या की साजिश रची गई है। पुलिस इन सभी पहलूओं को ध्यान में रख कर जांच को आगे बढ़ा रही है। लड़की की मौत असल में कैेसे हुई इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही होगा। फिलहाल पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है।
वहीं दूसरी तरफ परिजनों की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे। मनीषा के पिता का कहना था कि हमारी लाडली बेटी, जो घर की रौनक थी, अब इस दुनिया में नहीं रही। हमें अब भी यकीन नहीं हो रहा कि वह हमें छोड़कर चली गई। मां बेसुध सी हो गई हैं और हर किसी से बस यही सवाल कर रही हैं कि आखिर उसकी बेटी के साथ ऐसा क्यों हुआ। गांव के लोगों ने भी प्रशासन से इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है, ताकि सच्चाई सामने आ सके और अगर कोई दोषी है तो उसे कड़ी सजा मिले।










