कसुम्पटी निर्वाचन क्षेत्र की छलंडा-पीरन-जघेड सड़क के नारिगा पुल से आगे सिरमौर को जोड़ने वाले केवल एक किलोमीटर हिस्से की हालत बहुत दयनीय हो चुकी है । दो वर्ष पहले सरकार द्वारा इसे पक्का करने के लिए 17 लाख स्वीकृत किए गए थे । हैरत की बात है कि बजट होने के बावजूद भी विभाग बीते दो साल में इस रोड़ को पक्का करने की कोई प्रयास नहीं किए गए । गौरतलब है अब इस रोड़ के सवा किमी हिस्से को पक्का करने की लागत भी 17 लाख से बढ़कर 25 लाख हो चुकी है ।
बता दें कि नारिगा पुल से आगे सड़क का करीब 250 मीटर हिस्सा ढांक से गुजरता है । ं वाहन चालक जोखिम उठाकर इस ढांक की टक्क्र से टमाटर व अन्य सब्जियों की गाड़ियों को बड़ी मुश्किल से पार करते हैं । पीरन पंचायत के अनेक लोगों का कहना है कि नारिगा पुल से जघेड़ तक की सड़क बहुत खराब हो चुकी है जिसे पक्का करने तथा ढांक वाले हिस्से व कैंचियों में क्रेश बेरियर लगाने के लिए लोक निर्माण विभाग से अनेकों बार गुहार लगाई चुकी है । इनका कहना है कि सड़क के ढांक वाले हिस्से में भारी टक्कर होने से सब्जियों इत्यादि से भरी गाड़ियां नहीं चढ़ पाती है और कई बार सब्जियों से भरी गाड़ियां दुर्घटनाग्रस्त हो चुकी है।
गौरतलब है कि यह रोड़ करीब 35 साल पुराना है। इस मार्ग पर सुरक्षा की दृष्टि से कोई पैराफिट अथवा क्रेश बेरियर इत्यादि नहीं लगाए गए हैं । कैंचियों में कोई क्रेश बेरियर न होने से कभी भी कोई हादसा पेश आ सकता है । नारिगा पुल से आगे शिमला तक 28 किमी सड़क करीब छः वर्ष पहले पक्की की गई थी जोकि अब गडडों में तबदील होने लग चुकी है । विभाग इसकी कोई सुध नहीं ले रहा है ।
सहायक अभियंता लोक निर्माण जुन्गा ने बताया कि लॉकडाउन के कारण मजदूर नहीं मिल सके जिस कारण इस सड़क को पक्का नहीं किया जा सका है । बताया कि अब टैंडर लगा दिए गए हैं तथा रोड़ के इस हिस्से को पक्का करने का ठेका पीके कंपनी को 25 लाख में दिया गया है और बरसात के बाद काम शुरू हो जाएगा । परंतु इस राशि में क्रेश बेरियर व पैराफिट लगाने का कोई प्रावधान नहीं है ।










