समिति की पहली बैठक आयोजित
जिला स्तर पर कौशल प्रशिक्षण योजनाएं बनाएगी समिति
मंडी, 3 फरवरी – मंडी जिला में युवाओं के लिए रोजगारोन्मुखी कौशल प्रशिक्षण योजनाएं बनाने में जिला कौशल समिति मंडी की कारगर भूमिका रहेगी। समिति कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों का निर्धारण व मूल्यांकन भी करेगी। इससे युवाओं को जिला या आसपास के क्षेत्र में ही उपयुक्त रोजगार एवं स्वरोजगार के अवसर प्राप्त हो सकेंगे। अतिरिक्त उपायुक्त जतिन लाल ने यह बात जिला कौशल समिति, मंडी की पहली बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही।
अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने जिला कौशल समिति मंडी का गठन जिला स्तर पर कौशल प्रशिक्षण योजनाएं बनाने के लिए किया है। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तृतीय संस्करण में जिला कौशल समिति यह तय करेगी कि मंडी जिला में किस क्षेत्र में कौशल प्रशिक्षण किया जाएगा।।
जतिन लाल ने बताया कि जिला कौशल समिति का प्रयास है कि मंडी जिला में युवाओं की मांग तथा उद्योगों की रोजगार उपलब्धता के अनुसार कौशल प्रशिक्षण दिया जाए, जिससे जिला के युवाओं को जिला या आसपास के क्षेत्र में ही उपयुक्त रोजगार एवं स्वरोजगार के अवसर प्राप्त हो सकें।
जिला में इन क्षेत्रों में प्रशिक्षण पर जोर
इसी कड़ी में जिला कौशल समिति मंडी की पहली बैठक में समिति ने तय किया कि जिला में ऑटोमोबाइल, पर्यटन एवं आतिथ्य, जैविक खेती, सुरक्षा सेवाएं, फर्नीचर उद्योग इत्यादि के क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम तथा भारत सरकार के कौशल प्रशिक्षण संस्थानों के माध्यम से कौशल प्रशिक्षण किया जाएगा।
कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों के निर्धारण-मूल्यांकन का अधिकार
बैठक में हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम के महाप्रबंधक सनी शर्मा ने समिति को अवगत कराया कि जिला कौशल समिति को मंडी जिला में सभी कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों के निर्धारण, मूल्यांकन का अधिकार दिया गया है।
इस बैठक में राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) की तरफ से राज्य इंगेजमेंट अधिकारी श्री जितेंद्र शर्मा ने भी केंद्र सरकार की कौशल विकास योजनाओं के बारे में समिति को अवगत कराया।
बैठक सदस्य के रूप में परियोजना अधिकारी, डीआरडीए नवीन शर्मा, जिला रोजगार अधिकारी राम कपूर, जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक ओपी जरयाल, जिला कल्याण अधिकारी आर.सी.बंसल, उपनिदेशक उच्चतर शिक्षा सुरेंद्र पाल शर्मा, नाबार्ड की जिला विकास अधिकारी डॉ. सोहन प्रेमी, लीड बैंक जिला प्रबंधक एस.के.सिन्हा, खादी एवं ग्रामोद्योग के विकास अधिकारी तथा हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम की मंडी जिला समन्वयक आँचल शर्मा ने भी अपने सुझाव दिए।