हिमाचल प्रदेश के कृषि निदेशक डाॅ. आरके परुथी को प्रेरणा स्त्रोत सम्मान के लिए चयनित किया गया है। उन्हें यह सम्मान सिरमौर जिला में उपायुक्त रहने के दौरान पाॅलीब्रिक्स (प्लास्टिक ईंट) के इस्तेमाल कर लोगों में स्वच्छता के प्रति अलख जगाने तथा महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने व पर्यटन व जिला की समृद्ध संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शी-हाट योजना को आरम्भ कर व्यापकता प्रदान करने के लिए दिया जा रहा है।
शी-हाट महिला सशक्तिकरण की दिशा में अहम कदम है, प्रत्यक्ष तौर पर इसमें 25 महिलाएं जुड़ी किंतु अप्रत्यक्ष तौर पर पूरे खण्ड की कई महिलाओं को रोजगार उपलब्ध करवाने की दिशा में अनुपम प्रयास रहे। ग्रामीण क्षेत्रों में बने उत्पादों के लिए शी-हाट में बेहतर बाजार की उपलब्धता सुनिश्चित की गई।
उल्लेखनीय है कि पाॅलीब्रिक्स के माध्यम से पाॅलीथिन निष्पादन की संकल्पना मुहिम सिरमौर में आरम्भ की गई, जिसके तहत एक बार इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक रैपर जैसे टाॅफी, चाॅकलेट, मैगी, नमकीन, कुरकुरे, चिप्स, शैंपू पाउच, दूध की थैली आदि की पैकिंग में इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक के टुकड़ों को बोतल के अंदर भरकर बनाया जाता है, जो ईंट की जगह इस्तेमाल किया जाता है।
जिला प्रशासन सिरमौर ने एक दिन स्कूल के नाम अभियान के तहत जिला के 2031 स्कूलों के 80018 छात्रों के माध्यम से 4990 किलोग्राम पाॅलीथिन एकत्र किया तथा लगभग 916 किलोमीटर क्षेत्र की सफाई कर 5335 पाॅलीब्रिक्स बनाए। इसके अतिरिक्त एक दिन पंचायत के नाम से अभियान शुरू कर जिला में स्वच्छता के प्रति अलख जगाई।
पर्यावरण स्वच्छता की मुहिम के तहत प्रशासन द्वारा जिला के विभिन्न क्षेत्रों में पाॅलीब्रिक्स बैंच, फ्लावार पाॅट, पाॅलीब्रिक्स निर्मित शौचालय, घेरा बंदी दिवार आदि बनाकर पाॅलीथिन मुक्त सिरमौर बनाने के लिए प्रेरित किया, जिसके लिए जिला प्रशासन को राष्ट्रीय द्वितीय पुरस्कार केन्द्रीय जल एवं स्वच्छता मंत्रालय व अभिनेता अमीर खान के माध्यम से प्राप्त किया।
इसके अतिरिक्त हिमाचल प्रदेश का पहला शी-हाट स्थापित कर नाहन-शिमला राष्ट्रीय उच्च मार्ग सड़क व रास्ते के किनारे मिलने वाली सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई, जिसके तहत साफ-सुथरे शौचालय की सुविधा, अल्प आहार व जलपान की सुविधा यात्रियों को प्रदान की गई। शी-हाट भवन को जीरो वेस्ट प्रबंधन बनाने के लिए सोलर पावर प्लांट जल संरक्षण तथा वेस्ट मैनेजमेंट वर्मिंग कम्पोस्ट और अन्य वेस्ट जो इसमें उत्पन्न होता है. उसे वैज्ञानिक आधार से निष्पादित किया गया।
उल्लेखनीय है कि इसमें ग्रामीण विकास, कृषि में विकास, फूड सक्योरिटी और गरीबी दूर हो जैसे विषयों को प्रमुखता प्रदान करते हुए केन्द्र व राज्य सरकार की कई योजनाओं को शी-हाट निर्माण से जोड़ा गया, जिसमें स्वच्छ भारत मिशन, मनरेगा, एनआरएलएम, एनडीआरएफ जैसे राष्ट्रीय स्तर की प्रमुख योजनाएं शामिल है। शी-हाट में कौशल विकास केन्द्र का निर्माण किया गया, जिसमें पत्तों से बनी प्लेटें बनाने, बुनाई, सिलाई, आटा चक्की मशीन लगाई गई, जिससे प्लास्टिक का निर्माण न के बराबर हो और कपड़ों के बैग का निर्माण हो सके।
इसके अतिरिक्त शी-हाट में पर्यावरण संरक्षण का ध्यान रखा गया और पौधारोपण कर बाग-पशोग क्षेत्र को डस्ट फ्री जोन बनाया गया। डाॅ. आर.के. पुरूथी को जिला सिरमौर के उपायुक्त रहते सामाजिक, सरकारी सहयोग के माध्यम से स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण तथा महिला सशक्तिकरण के कार्यों के लिए प्रेरणा स्त्रोत सम्मान प्रदेश सरकार द्वारा प्रदान किया जा रहा है।
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