शिमला 19 सितंबर । बीते तीन वर्षों से राजकीय प्राथमिक पाठशाला बलोग में स्थाई अध्यापक न होने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है जिस बारे अभिभावकों में सरकार व विभाग के प्रति बहुत नाराजगी देखी गई है । बता दें कि इस पाठशाला में वर्तमान में कुल 14 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं जिनमें से 13 बच्चे दलित समुदाय से संबध रखते हैं । विभाग द्वारा डेपुटेशन पर क्रमवार एक- एक सप्ताह के लिए अध्यापक को भेजा जाता है । सबसे अहम बात यह है कि बच्चे जब तक अध्यापक की शिक्षा कार्यप्रणाली को समझ पाते हैं उतने उनका डेपुटेशन समाप्त हो जाता है । अर्थात इस स्कूल में स्थाई अध्यापक की नियुक्ति न होने से विशेषकर दलित समुदाय के बच्चों का भविष्य अंधकारमय बन चुका है ।
एसएमसी प्रधान ने उमेद राम बताया कि स्कूल प्रबंधन समिति के माध्यम से विभाग व सरकार को अनेकों बार लिखित रूप में गंुहार लगाई जा चुकी है परंतु किसी भी स्तर पर कोई संुनवाई नहीं हो रही है ।
किसान सभा के प्रदेशाध्यक्ष डाॅ0 कुलदीप तंवर ने बलोग स्कूल में बीते तीन वर्षों से अध्यापक न होने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि कसुपंटी के अनेक स्कूल में स्टाॅफ न होने से बच्चोें की पढ़ाई प्रभावित हो रही है । उन्होने बताया कि मशोबरा ब्लाॅक के विभिन्न स्कूलों में स्टाफ की कमी को लेकर किसान सभा के प्रतिनिधि मंडल ने निदेशक प्रारंभिक एंव सकैंडरी शिक्षा से भेंट की है तथा सभी स्कूलों में अध्यापकों की शीघ्र नियुक्ति करने का आश्वासन दिया
निदेशक प्रारंभिक शिक्षा डाॅ0 वीरेन्द्र कुमार शर्मा ने बताया कि बलोग और धाली स्कूल में शीघ्र ही जेबीटी अध्यापक की नियुक्ति की जाएगी ।