शिमला 22 अप्रैल । राजकीय माध्यमिक पाठशाला जुन्गा में पृथ्वी दिवस मनाया गया । प्रधानाचार्य सुमन चंदेल ने बच्चों को संबोधित करते हुए बताया कि पृथ्वी दिवस के उपलक्ष्य पर इस वर्ष का थीम प्लेनेट वर्सेस प्लास्टिक रखा गया है । इस दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों के भीतर पर्यावरण के प्रति जागरूकता लाना तथा धरती को बचाने के लिए किए जा रहे प्रयासों को प्रोत्साहित करना है ।
उन्हेाने बताया कि औद्योगिक क्रांति के कारण पृथ्वी पर कार्बन उत्सर्जन काफी बढ़ गया है, जिससे पृथ्वी पर जलवायु परिवर्तन तथा प्रदूषण बहुत अधिक बढ़ गया है । इससे पृथ्वी को बहुत नुकसान पहुंच रहा है । हमारी पृथ्वी पर प्लास्टिक की मात्रा दिन व दिन बढ़ रही है । प्रत्येक वर्ष 3.5 मिलियन टन प्लास्टिक वेस्ट भारत में पैदा होता है और एक प्लास्टिक की वस्तु को पृथ्वी पर स्वयं खत्म होने में 500 से 1000 साल तक का समय लग जाता है। अगर इसी रफ्तार से प्लास्टिक हमारी पृथ्वी पर प्रयोग होता रहा तो 2050 तक समुद्र में मछलियों के स्थान पर सिर्फ प्लास्टिक दिखाई देगा । प्लास्टिक के छोटे-छोटे कण विभिन्न खाद्य वस्तुओं के साथ मिलकर हमारे शरीर में आ रहे हैं और धीरे-धीरे यह हमारे शरीर में इकट्ठा होकर अनेक गंभीर बीमारियों का कारण बनते हैं जैसे कैंसर, लीवर और किडनी के रोग, हार्ट अटैक का कारण बन रहे हैं ।
इस मौके पर विद्यार्थियों ने इंटरैक्टिव सत्र के माध्यम से प्लास्टिक का कम से कम उपयोग करने का सन्देश दिया कक्षा छठी से बाहरवीं के छात्रों ने पोस्टर मेकिंग तथा नारा लेखन प्रतियोगिता में भाग लिया ! पाठशाला में राष्ट्रीय आविष्कार अभियान तथा मयूर इको क्लब द्वारा संयुक्त गतिविधियां करवाई गयी ! वारिज कौशल द्वारा छात्रों को पृथ्वी के सरंक्षण के बारे में उपयोगी जानकरी दी !
जुन्गा स्कूल में मनाया गया पृथ्वी दिवस
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