चंडीगढ़ से पहुँचे तीन महिलाओं, एक बच्चे समेत 21 साइकिलिस्टों को किया सम्मानित
देवभूमि को नशामुक्त बनाने के लिए सभी को एकजुटता के साथ प्रयास करने होंगे। बाहर से आने पर्यटकों को भी इस बात का ख्याल रखना होगा कि वह हिमाचल में टूरिज्म के लिए आये लेकिन यहां के पर्यटक स्थलों को नशों का अड्डा न बनाएं। उक्त विचार ठियोग के एसडीएम सौरभ जस्सल (आईएएस) ने चंडीगढ़ से 130 किलोमीटर साइकिल चलाकर पहुँचे तीन महिलाओं, एक बच्चे समेत 21 साइकिलिस्टों के जत्थे को सम्मानित करने के बाद व्यक्त किये। चंडीगढ़ से यह जत्था शनिवार की सुबह रवाना हुआ था।ठियोग के एक साइकलिंग ग्रुप ओर द ठियोग पैडल्स के आह्वान पर यह जत्था विभिन्न स्थानों पर रुकते हुए देर शाम फागू पहुँचा।आज यहां आयोजित कर्यक्रम के दौरान एसडीएम ठियोग सौरभ जस्सल (आईएएस) ने कहा कि वह खुद एक साइकलिस्ट हैं। साइकिल चलाना न केवल स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है बल्कि इसका आयोजन अगर किसी खास उद्देश्य के लिए किया जाए तो यह बेहतर समाज के निर्माण में भी अहम भूमिका अदा करता है। उन्होंने चंडीगढ़ के साइकिलिस्टों को आह्वान किया कि वह अगली बार इस आयोजन को व्यापक स्तर पर चलायें। माउंटेन बाइकिंग के साथ अधिक से अधिक युवाओं को जोड़ने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि इसमें ठियोग प्रशासन भी अपनी अहम भूमिका निभाएगा। इस अवसर पर बोलते हुए डीएसपी कुलविंद्र सिंह ने कहा कि युवा ही युवाओं को नशों के प्रति सजग करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। साइकलिंग के माध्यम से युवा अपनी ऊर्जा को बेहतर तरीके से संयोजित कर नशे से दूरी बनाने में कामयाब रह सकते हैं। कार्यक्रम के दौरान आयोजक विक्रांत शर्मा ओर सुदीप रावत ने इस पहल को कामयाब बताया ओर ठियोग पैडल्स के साथ मिलकर ऐसे अन्य अभियानों को अंजाम देने का फैसला किया। इस अवसर पर पूर्व रणजी हिमाचल टीम के कप्तान अरुण वर्मा ओर ठियोग पैडल्स के प्रवक्ता बालकृष्ण बाली सहित अन्य लोग सम्मानित हुए।