अंतराष्ट्रीय एथलेटिक्स सिंथेटिक ट्रैक को नुकसान से बचाया जाए…संदीप सांख्यान
जिला कांग्रेस महासचिव संदीप सांख्यान ने बिलासपुर के कहलूर खेल परिसर में जल भराव का मुद्दा 23 अप्रैल को उठाया था। उसका फायदा यह हुआ कि कहलूर खेल परिसर में पानी के निकासी का काम तो शुरू कर दिया गया लेकिन ठेकेदार आधा अधूरा काम छोड़ कर छुट्टी पर चला गया और बरसात के चलते वहां पर लाखों की लागत से बनी फेंसिंग वाल कुछ तो ठेकेदार ने तोड़ दी और कुछ बरसात के कारण टूट गई। यहां पर ड्रेनेज सिस्टम तो बनेगा लेकिन कुछ वर्ष पहले बनी लाखो की लागत से बनाई गई फेंसिंग वाल बेवहज तोड़ दी गई और सीधे सीधे सरकारी पैसे का दुरुपयोग का मसला बन गया है। अब पहले पानी की निकासी का सिस्टम बनेगा फिर से लाखों रुपये खर्च करके फेंसिंग वाल दोबारा बनाई जाएगी तो क्यों न पहले बनाई गई फेंसिंग वाल की कुल लागत की जिम्मेदारी भी तो तय होनी चाहिए। बेहतर होता कि वहां पर लगी फेंसिंग वाल को मद्देनजर रख कर ही ड्रेनेज सिस्टम को बनाते। यह एक बड़ी लापरवाही के चलते और सरकारी पैसे के दुरुपयोग का मामला बनता जा रहा है। लापरवाही इतनी है कि इस काम को देखने वाला अधिकारिक तौर पर कोई भी अधिकारी सामने नहीं आ रहा है। ऐसे में करीब 9 करोड़ रुपयों की लागत से बना अंतराष्ट्रीय दर्जा प्राप्त एथेलेटिक्स सिंथेटिक ट्रैक को भारी नुकसान होता भी साफ दिखाई दे रहा और जिला प्रशासन, विभाग और सरकार सोई हुई है। बिलासपुर के कहलूर खेल परिसर में बने इस सिंथेटिक एथेलेटिक्स ट्रैक की कहानी भी अजब है, यह करीब 1 दशक पहले प्रदेश में भाजपा की धूमल सरकार ने इस सिंथेटिक ट्रैक को यहां से हमीरपुर में शिफ्ट कर दिया था और तत्कालीन खेल मंत्री व वर्तमान विधायक श्री नयना देवी जी राम लाल ठाकुर के सिंथेटिक ट्रैक बनाने के सपने को धूमिल कर दिया था। अब जब इस सिंथेटिक ट्रैक को दोबारा राम लाल ठाकुर ने बनवाने की जद्दोजहद की तो उन्होंने इसका बेस भी लाखों की लागत से बनवा दिया और यह वर्तमान सरकार के समय तैयार किया गया जबकि इसकी सेंक्शन मनी पूर्व की स्व. वीरभद्र सिंह की कांग्रेस सरकार के समय आ चुका था, तो प्रॉपर ड्रेन सिस्टम न होने और बेतरतीब ढंग से बनाये जा रहे ड्रेनेज सिस्टम से फेंसिंग वाल गिरने से इस बेशकीमती सिंथेटिक एथलेटिक्स ट्रैक पर खतरा मंडरा गया है। मेरा प्रदेश सरकार, खेल विभाग और जिला प्रशासन से अनुरोध है कि कहलूर, लुहनू खेल परिसर में जो ड्रेनेज का काम किया जा रहा है उसको तुरत प्रभाव से शुचारु किया जाए ताकि इस सिंथेटिक एथेलेटिक्स ट्रैक को नुकसान से बचाया जाए और फेंसिंग वाल को पहुंचे नुकसान की भी जबांदेही तय की जाए।