शिमला 2फरवरी
हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक गर्मा गर्मी शुरू हो गई है। इसी कड़ी में सूबे के नेताओं ने अपने विपक्षियों के खिलाफ जुबानी हमले करना शुरू कर दिए हैं।
गौर रहे कि बीते कल शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा था कि कांग्रेस ने वीरभद्र सिंह की सीट से उपचुनाव जीता तो कोई तोप नहीं मारी है। अब भारद्वाज के इस बयान पर राजनीतिक कलह शुरू हो गई है।
दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे और कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने मंत्री के बयान पर करार पलटवार करते हुए कहा कि मंत्री बयान देने से पहले तथ्यों और आंकड़ों को जान लें। इस तरह के बयान देना उन्हें शोभा नहीं देता, वह भी तब जब सरकार के जाने के कुछ ही दिन बच गए हैं।
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि मंत्री सुरेश भारद्वाज उपचुनाव में जुब्बल कोटखाई के प्रभारी थे, वहां पर भाजपा प्रत्याशी की जमानत जब्त हुई। इस दौरान कांग्रेस नेता विक्रमादित्य ने आरोप लगाया कि चुनाव में उन्होंने सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया लेकिन पार्टी प्रत्याशी की जमानत तक नहीं बचा पाए।
विक्रमादित्य ने बताया कि उपचुनाव के वक्त भारद्वाज ने कहा था कि ठेके केवल उन्हीं ठेकेदारों को देंगे जो भाजपा का समर्थन करेंगे। उन्होंने आगे कहा मंत्री कुछ दिन आराम करें। उनके राजनीतिक जीवन के कुछ दिन शेष बचे हैं।