वैसे तो चंबा चुख और राजमा मद्रा के लिए प्रसिद्ध है लेकिन घेवर भी उनकी एक पारंपरिक व्यंजन है जिसके बारे में हर कोई नहीं जानता।
घेवर विशेष रूप से स्थानीय लोगों द्वारा बेटियों की शादी के समय बनाया और खाया जाता है। कहा जाता है की घेवर को तब खाया जाता है जब बेटी अपने ससुराल पहुंची है। कई स्थानीय लोगो का यह भी कहना है जब तक बेटी मीठा घेवर नहीं खाती तब तक वह ससुराल का खाना नहीं खा सकती। मीठा घेवर बेटी अपने साथ लेकर ससुराल आती है ताकि रिश्तों में मिठास बानी रहे।
घेवर क्या है?
घेवर एक डिस्क के आकार की मिठाई है जिसमें मधुकोश पैटर्न होता है। इसे मैदा (मैदा) और घी (मक्खन) से बनाया जाता है। कुछ लोग इसका स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें थोड़ी मात्रा में बेसन मिलाते हैं। इन सामग्रियों का उपयोग करके एक बैटर बनाया जाता है और पाइपिंग घी या गर्म तेल (सस्ता प्रतिस्थापन के रूप में) में ऊंचाई से गिराया जाता है। फिर इसे घी में पकाया जाता है तब तक जब तक ये हल्का ब्राउन ना होजाए।