बारिश न होने और असंख्य लिफ्टों से पानी उठाए जाने के कारण गिरि नदी इन दिनों सूखने के कागार पर है जिससे इस नदी का अस्तित्व खतरे मंे पड़ गया है । वर्तमान में गिरि नदी का जलस्तर घटकर केवल 37 सैंटीमीटर रह चुका है जोकि पिछले तीन दशकों में सबसे कम आंका गया है । गौर रहे कि अतीत में गर्मियों के दौरान भी गिरि नदी का जल स्तर काफी रहता था और लोग तैर कर नदी पार करते थे । परंतु इस वर्ष यह स्थिति हो गई है कि लोगों द्वारा नदी में पत्थर लगाकर लांघ रहे हैं है। जलस्तर घटने से गिरि नदी पर बनी अनेक पेयजल परियोजनाएं प्रभावित हुई है । इसके अलावा गिरि पर बने हाईडल प्रोजेक्ट में भी विद्युत उत्पादन भी बहुत कम रह गया है । पर्यावरणविद के अनुसार जलस्तर घटने का सबसे मुख्य कारण बारिश न होना तथा विद्युत लिफ्टों से क्षमता से अधिक पानी उठाए जाना बताया जा रहा है । क्षेत्र के बुजुर्गों का कहना है कि उनके द्वारा गिरि नदी में पहली बार इतना कम पानी देखा गया है जोकि भविष्य के लिए शुभ संकेत नहीं है।
गौर रहे कि शिमला जिला के खड़ा पत्थर से निकलने वाली गिरि नदी के दोनों ओर असंख्य पानी की लिफ्टें लगाकर पानी उठाया गया है सूत्रों के अनुसार वर्तमान में करीब दो सौ से अधिक पानी की लिफ्टें क्रियाशील है जिसमें कुछेक सरकारी और सबसे ज्यादा समृद्ध व्यक्तियों द्वारा प्राइवेट लिफ्टें लगाई गई है । गौरतलब है कि प्राईवेट लिफ्टों को स्थापित करने के लिए सरकार से कोई अनुमति नहीं ली गई है । बुद्धिजीवी वर्ग का कहना है कि निजी लिफ्टें स्थापित करने के लिए मापदंड निर्धारित किए जाने चाहिए ताकि गिरि नदी के अत्यधिक दोहन पर अंकुश लग सके ।
केंद्रीय जल आयोग के मरयोग स्थित कार्यालय के प्रभारी प्रमोद कुमार का कहना है कि इस वर्ष अप्रैल व मई के दौरान करीब 166 एमएम बारिश रिकार्ड की गई थी जिससे गिरि का पानी बढ़कर 52 सेंटीमीटर हो गया था । बताया कि गत वर्ष बरसात के दौरान भी बहुत कम बारिश हुई थी जिससे गिरि नदी का जलस्तर केवल 1.35 मीटर बढ़ा था । उन्होने बताया कि केंद्रीय जल आयोग द्वारा अब यशवंतनगर में गिरि नदी पर स्वचालित सैटेलाईट कैमरा भी स्थापित किया गया है जिसका सीधा संपर्क जल आयोग के दिल्ली स्थित कार्यालय से जुड़ा है । इस स्वचालित कैमरा के माध्यम से नदी के जल स्तर की प्रतिदिन रिपोर्ट दिल्ली जाती है जहां पर इसकी विशेषज्ञों द्वारा इसकी मॉनिटरिंग की जाती है ।
बारिश न होने से गिरि नदी सूखने कागार पर
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