कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर से निपटने व बचाव के दृष्टिगत स्वास्थ्य सचिव की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में सभी उपायुक्तों, मुख्य चिकित्सा अधिकारियों, मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य व चिकित्सा अधीक्षकों ने भाग लिया।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि राज्य सरकार कोविड-19 की हर स्थिति पर नजरें रखे हुए है ताकि किसी भी स्थिति से समय रहते निपटा जा सके। उन्होंने कहा कि संभावित तीसरी लहर के दृष्टिगत राज्य में हर संभव तैयारियां की जा रही है और इस संबंध में सभी उपायुक्तों व मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए गए है।
उन्होंने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य संस्थानों में पर्याप्त बिस्तर, ऑक्सीजन की उपलब्धता, मानव संसाधनों का प्रबंधन व प्रशिक्षण, दवाईयों की खरीद व आपूर्ति सहित अन्य आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही हैं ताकि आवश्यकता होने पर बचाव के दृष्टिगत इनका उपयोग किया जा सके।
उन्होंने लोगों से संभावित तीसरी लहर से बचाव के दृष्टिगत सतर्क रहने का आह्वान करते हुए कहा कि राज्य में कोविड-19 महामारी का प्रभाव कम हुआ है लेकिन यह महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। संभावित तीसरी लहर से बचाव के दृष्टिगत कोविड अनुरूप व्यवहार जैसे परस्पर दूरी बनाए रखना, साबुन-पानी से हाथ धोना या सैनिटाईजर से हाथ साफ करना और मास्क का उपयोग करना आदि नियमों का कड़ाई से पालन करना सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
निदेशक नेशनल हेल्थ मिशन,निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं, निदेशक चिकित्सा शिक्षा, सभी जिला उपायुक्तों, मुख्य चिकित्सा अधिकारियों, मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य, चिकित्सा अधीक्षकों, जोनल अस्पतालों के चिकित्सा अधीक्षकों, लॉजिस्टिक समीति के सदस्यों डॉ. अनीता महाजन, डॉ. जितेंद्र चौहान, डॉ. डी.डी. शर्मा, डॉ. रमेश चंद सहित अन्य अधिकारियों ने बैठक में वर्चुअल माध्यम से भाग लिया।