अभिलाषी विश्वविद्यालय चैलचौक मंडी में शुक्रवार को
विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक झलक देखने को मिली।
संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के अन्तर्गत उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र,पटियाला के कलाकारों ने अभिलाषी विवि के ऑडिटोरियम में शानदार प्रस्तुतियां देकर समा बांध दिया। इस कार्यक्रम में अभिलाषी विश्वविद्यालय के प्रो चांसलर डॉ एल. के. अभिलाषी ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। उन्होंने बाहरी राज्यों से आए कलाकारों की भरपूर प्रंशसा की और साथ ही उनके द्वारा प्रस्तुत किए गए बेहतरीन कार्यक्रमों को जमकर सराहा।
उन्होंने बताया कि इस तरह के कार्यक्रम हमारे देश में विविधता में एकता को दर्शाते हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में संस्कृति का संरक्षण व संवर्द्धन भी अति आवश्यक है।
उत्तर क्षेत्रीय सांस्कृतिक दल जम्मू एवं कश्मीर, हिमाचल, उत्तराखंड, चंडीगढ़, पंजाब, हरियाणा व राजस्थान में लुप्त हो रहे कलारूपों का सरंक्षण तथा मजबूत करने का सराहनीय प्रयास कर रहा है।
इस कार्यक्रम में मध्य प्रदेश, गुजरात, मणिपुर, असम, पंजाब, हिमाचल, हरियाणा और जम्मू एवं कश्मीर के कलाकारों ने विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए अपने प्रदेश की संस्कृति को शानदार तरीके से दर्शाया।
इस कार्यक्रम के बारे में अत्यधिक जानकारी देते हुए विवि के निदेशक ऐडमिशन व प्लेसमेंट डॉ शैंपी दुग्गल ने बताया कि बाघा बार्डर से पठानकोट, जम्मू एवं कश्मीर से कारगिल, लेह लद्दाख, केलांग, मनाली होते हुए यह दल शुक्रवार को अभिलाषी विश्वविद्यालय चैलचौक मंडी पहुंचा। इस कार्यक्रम के माध्यम से विवि के प्रोफेसरों, स्टाफ सदस्यों, छात्रों व स्थानीय लोगों को विभिन्न राज्यों की संस्कृति से रूबरू होने का सुनहरा अवसर प्राप्त हुआ।
इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए अभिलाषी विश्वविद्यालय के चांसलर डॉ आर.के. अभिलाषी, प्रो चांसलर डॉ एल. के. अभिलाषी, वाइस चांसलर प्रो. एच एस बनयाल, रजिस्ट्रार डॉ कपिल कपूर, अभिलाषी शिक्षा समिति की वाइस चेयरपर्सन डॉ प्रोमिला अभिलाषी, सेक्रेटरी नरेंद्र कुमार,जीनियस एजुकेशन सोसायटी की चेयरपर्सन डॉ नर्वदा अभिलाषी, रिटायर्ड डीपीआरओ मंडी कुलदीप गुलेरिया ने उत्तर क्षेत्रीय सांस्कृतिक दल को बधाई दी।