शिमला 05 अक्तूबर । कसंुपंटी भाजपा मंडल के पूर्व अध्यक्ष जितेन्द्र भोटका ने प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू द्वारा चुनाव के दौरान जो वायदे जिला परिषद कर्मचारियों के साथ किए गए थे उसे तुरंत पूरा करे । उन्होंने कहा कि जिला परिषद कर्मचारी विशेष कर पंचायत सचिव,और तकनीकी सहायकों की हड़ताल के कारण पूरे प्रदेश में विकास पूर्ण रूप से ठप्प हो गए है । इसके लिए उन्होने प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। भोटका ने कहा कि गत वर्ष जब इन्हीं कर्मचारियों ने स्वयं की सेवाओं को ग्रामीण विकास विभाग और पंचायती राज विभाग में विलय करने की मांग को लेकर हड़ताल की थी तो उस वक्त सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू और मुकेश अग्निहोत्री ने इन हड़ताली कर्मचारियों के बीच में जाकर वायदा किया था कि उनकी सरकार आते ही पहली केबिनेट में इन कर्मचारियों की सेवाओं को स्थाई रूप से ग्रामीण विकास विभाग और पंचायती राज विभाग में विलय किया जाएगा लेकिन 10 माह का कार्यकाल बीत जाने के उपरांत भी अभी तक इस सरकार ने उनकी सेवाओं के प्रति कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई।
उन्होने सोशल मीडिया पर वायरल सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू और उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के बयानों का उल्लेख करते हुए कहा कि सुक्खू सरकार ने न केवल महिलाओं और बेरोजगार युवाओं के साथ ठगी की है अपितु इस सरकार ने पंचायती राज कर्मचारियों के साथ भी छलावा किया है। उन्होंने प्रदेश सरकार को चेतावनी दी कि यदि इन हड़ताली कर्मचारियों मांग को जल्दी नहीं सुलझाया गया तो प्रदेश में विकास प्रक्रिया ठप्प होने के कारण विकास के मामले में हिमाचल प्रदेश बहुत पीछे चला जाएगा। उन्होंने बताया कि हाल ही में पूरे प्रदेश में 2 अक्टूबर को हुई ग्राम सभाओं में इन कर्मचारियों की हड़ताल के कारण अधिकतर पंचायतों में कोरम भी पूरा नहीं हो पाया और किसी प्रकार की कार्य योजना स्वीकृत नहीं की गई। उन्होंने कहा की जो कर्मचारी आम लोगों को सरकारी प्रमाण पत्र जारी करते हैं उन्हें खुद सरकार का कर्मचारी होने के प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए हड़ताल करनी पड़ रही है। भोटका ने प्रदेश सरकार से आग्रह किया कि इस संवेदनशील मुद्दे को शीघ्र सुलझाया जाए ताकि प्रदेश में ठप्प हुई विकास प्रक्रिया को पुन पटरी पर लाया जा सके अन्यथा सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।