सुपर स्पेशियलिटी कैंप शिफ्ट करने पर माकपा ने किया कड़ा विरोध
शिमला 19 अप्रैल
मशोबरा ब्लाॅक के पीरन में 22 अप्रैल को लगाए जाने वाले सुपर स्पेशियलिटी कैंप को अब शिमला ग्रामीण के धामी शिफ्ट कर दिया गया है । माकपा के राज्य सचिव मंडल सदस्य डाॅ0 कुलदीप तंवर ने इस बारे मंगलवार को जारी बयान में कड़ी प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि कसुपंटी निर्वाचन में स्वास्थ्य सेवाओं की हालत अन्य विधानसभा क्षेत्र की तुलना में सबसे दयनीय है । सुपर स्पेशियलिटी कैंप के माध्यम से इस विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के दूरदराज गांव में रहने वाले लोगों को घरद्वार पर विशेषज्ञ सेवाओं का लाभ मिलना था । डाॅ0 तंवर का कहना है कि यदि सुपर स्पेशियलिटी कैंप लगाने के लिए विभाग द्वारा पीरन उपयुक्त स्थल नहीं पाया गया था । इस स्थिति में इसे जुन्गा अथवा कोटी में आयोजित किया जा सकता था । जहां पर क्षेत्र की 12 पंचायतों के लोग लाभान्वित हो सकते थे । इनका कहना कि शिमला ग्रामीण के धामी में स्वास्थ्य मेला लगाने में उन्हें कोई एतराज नहीं है । दरसअल विभाग को दोनो निर्वाचन क्षेत्र में सुपर स्पेशियलिटी कैंप लगाने चाहिए ।
डाॅ0 तंवर ने कहा कि भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कार्यक्रम के तहत प्रदेश के 76 चिकित्सा ख्ंाडों में सुपर स्पेिशयलिटी कैंप लगाए जा रहे हैं जिसमें विशेषज्ञ चिकित्सक कैंप में रोगियों का उपचार करेगें । शिविर में सभी प्रकार के लैब टेस्ट होने के अतिरिक्त निःशुल्क दवाएं उपलब्ध करवाने का प्रावधान किया गया है । डाॅ0 तंवर का कहना है कि कसुंपटी निर्वाचन की आबादी एक लाख से अधिक है । जिनके लिए निर्वाचन क्षेत्र में एक सिविल अस्पताल जुन्गा के अतिरिक्त दो सीएचसी मशोबरा व कोटी तथा 14 पीएचसी कार्यरत है । बताया कि कसुंपटी निर्वाचन क्षेत्र के किसी भी स्वास्थ्य संस्थान में नेशनल एंबुलेंस सेवा 108 और 102 उपलब्ध नहीं है । स्वास्थ्य संस्थानों में पैरा मेडिकल स्टाफ के 67 पद रिक्त पड़े हैं ।
उन्होने बताया कि सीएचसी कोटी को 30 बिस्तर वाला अस्पताल बनाया गया है परंतु इस अस्पताल में मरीजों के लिए एक भी बिस्तर उपलब्ध नहीं है । इसी प्रकार जुन्गा में 50 की जगह केवल 25 बिस्तर और सीएचसी मशोबरा में 30 के मुकाबले केवल दस बिस्तर ही रोगियों के लिए उपलब्ध है । उन्होने बताया कि मशोबरा ब्लाॅक के अनेक उप स्वास्थ्य केंद्रों में ताले लटके हुए है । डाॅ0 तंवर ने कहा कि कसुंपटी निर्वाचन के पक्ष और विपक्ष का नेतृत्व इतना कमजोर है कि इस विधानसभा की समस्याओं को कभी भी सरकार के साथ सही परिप्रेक्ष्य में नहीं उठा सके।
बीएमओ मशोबरा डाॅ0 राकेश प्रताप से जब इस बारे बात की गई । उन्होने बताया कि पीरन में स्वास्थ्य मेला लगाने से अधिक लोग लाभान्वित नहीं होने थे जिसके चलते इसे शिमला ग्रामीण के धामी शिफ्ट किया गया है । विभाग द्वारा आगामी 27 अप्रैल को पीरन में निःशुल्क स्वास्थ्य कैंप लगाने पर विचार किया जा रहा है।