एक दौर था जब हिमाचल प्रदेश में लोग यह शिकायत करते थे कि उनकी शिकायतों पर सुनवाई नहीं हो रही। शिकायत पत्र पर क्या कार्रवाई विभाग द्वारा अमल में लाई गई उसके लिए भी दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ते थे और समय बर्बाद होता था, लेकिन अब वो दौर बीत चुका है। हिमाचल में अब जनता की शिकायतों का निपटारा तो मात्र एक फोन कॉल पर ही हो रहा है, बल्कि साथ ही शिकायतकर्ता खुद अपनी शिकायत पत्र पर हो रही कार्रवाई की निगरानी कर सकता है। शिकायत को लेकर पारदर्शिता केवल मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी की दूरदर्शी सोच एवं ऐतिहासिक पहल के कारण ही संभव हो पाया है। माननीय मुख्यमंत्री जी की पहल के तहत प्रदेश में ‘‘मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन-1100’’ शुरू की गई है, जिसके लगातार सफल परिणाम सामने आ रहे हैं।
सीएम हेल्पलाइन की त्वरित कार्रवाई का उदहारण हाल ही में कुल्लू जिला में भी सामने आया है। जिला की ग्राम पंचायत तलोगी निवासी श्री सुशील शर्मा ने मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन-1100 पर शिकायत दर्ज करवाई थी कि उनके गांव में बीते 3 माह से उचित पेयजल आपूर्ति नहीं हो पा रही है। ऐसे में गांव के कई परिवारों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने हेल्पलाइन के माध्यम से गुहार लगाई कि पेयजल की इस समस्या का स्थायी समाधान किया जाए। वहीं सीएम हेल्पलाइन पर यह शिकायत (518143) दर्ज होते ही समस्या पर कार्रवाई शुरू हो गई।
सीएम हेल्पलाइन 1100 कॉल सेंटर में शिकायत दर्ज होने के मात्र तीन दिन में तीन माह की समस्या का निराकरण हो गया।
समाधान का समाधान होने पर शिकायतकर्ता सुशील शर्मा जी ने हर्ष जताते हुए मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी द्वारा शुरू की गई इस हेल्पलाइन की काफी प्रशंसा भी की। सुशील जी ने राज्य सरकार का आभार व्यक्त करते हुए आमजन से यह भी आग्रह किया है कि इस महत्वपूर्ण सेवा का भरपूर लाभ उठाएं।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन-1100 के माध्यम से ऐसे अनेक शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई हुई है। यही कारण है कि आज प्रदेश की जनता का इस हेल्पलाइन के प्रति अटूट विश्वास बना है।
क्या है 1100 की खासियत
किसी भी शिकायतकर्ता को कार्यालयों को चक्कर नहीं काटने पड़ते। इससे व्यक्ति का समय बचता है। कोई भी शिकायतकर्ता खुद ऑनलाइन अपने फोन पर एक क्लिक में देख सकता है कि उसकी शिकायत पर क्या कार्रवाई अब तक हुई है। शिकायत निपटाने के लिए भी समय सीमा का पूरा ख्याल रखा जाता है। हेल्पलाइन से खुद 1100 के कर्मचारी शिकायतकर्ता को फोन कर जानकारी देते हैं।