हिमाचल प्रदेश में आए दिन होने वाले ऑनलाइन फ्रॉड के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। इसी कड़ी में ताजा मामला सूबे के बिलासपुर जिले से सामने आया है, जहां पर बैंक में करवाई गई एफडी की मैच्योरिटी होने पर पैसे को अपने अकाऊंट में ऑनलाइन ट्रांसफर करवाने के लिए कस्टमर केयर हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करना एक व्यक्ति को महंगा पड़ गया।
बताया गया कि फोन पर मौजूद किसी फ्रॉड शख्स ने बैंक उपभोक्ता से गोपनीय जानकारी जुटाकर पहले तो FD की राशि उसके अकाऊंट में जमा कर दी। वहीं, इसके थोड़ी देर बाद ही अकाऊंट में रखा सारा पैसा निकाल भी लिया। इस पूरे मामले में उपभोक्ता को 7,51,600 रुपए की चपत लगी है। जिसके बाद पीड़ित शख्स ने पहले तलाई थाना में शिकायत की लेकिन एफ आईआर दर्ज नहीं हुई।
हालांकि, बाद में उसने इस मामले के संबंध में एसपी बिलासपुर को एक शिकायत पत्र दिया, जिसके बाद अब तलाई पुलिस थाना में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। मिली जानकारी के मुताबिक़ झंडूता तहसील के मलांगण पंचायत के कुठेड़ा गांव निवासी राकेश के अनुसार उसने इंडसइंड बैंक में एफडी करवाई थी जो बीते 18 मई को मैच्योर होनी थी। इसके लिए उसने 19 मई को गूगल के माध्यम से बैंक का कस्टमर केयर हैल्पलाइन नंबर सर्च किया।
वहां दिए गए नंबर पर फोन करने पर कॉल रिसीव करने वाले ने अपना परिचय राजेश के रूप में दिया। राकेश ने एफडी की मैच्योरिटी को लेकर उससे बात की। उक्त व्यक्ति ने उसे एक लिंक भेजकर खोलने को कहा। लिंक खोलने के बाद वह उसके कहे अनुसार काम करता रहा। कुछ ही समय में उसके खाते में 7,51,600 रुपए जमा हो गए लेकिन उसके बाद महज 10 मिनट के भीतर 6 निकासियों के माध्यम से सारा पैसा उसके अकाऊंट से निकल गया।
अकाउंट खाली होने के बाद शिकायतकर्ता ने उक्त व्यक्ति से संपर्क साधने का काफी प्रयास किया लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। डीएसपी घुमारवीं अनिल ठाकुर ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि तलाई थाना में आईपीसी की धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है तथा पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।










