हिमाचल प्रदेश में सरकारी नौकरियां देने के मामले में धांधली का मामला सामने आया है। बता दे यह धांधली हिमाचल प्रदेश के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक सूचना एवं जनसंपर्क विभाग में डेढ़ दर्जन लोगों को नौकरी दिए जाने की खबर सामने आरही है।
दरअसल, अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सरकार ने छवि सुधारने और सोशल मीडिया पर इमेज बिल्डिंग के लिए को टर्मिनस आधार पर सूचना एवं जनसंपर्क विभाग में डेढ़ दर्जन लोगों को नौकरी दे दी है। बताया जा रहा है कि बिना विज्ञापन के सरकारी प्रक्रिया के हुई इन नियुक्तियों में बीजेपी के ही कई पदाधिकारियों और करीबियों को तरजीह दी गई है। हैरान करने वाली सबसे बड़ी बात तो यह है कि इन नियुक्त कर्मचारियों को तीस हजार से एक लाख तक का वेतन दिया जाएगा।
बता दें कि मीडिया और सोशल मीडिया मैनेजमेंट के लिए नियुक्त यह लोग सरकारी कामकाज से जुड़े कंटेंट तैयार कर उसे जनता तक पहुंचाने का काम करेंगे। खास बात यह है कि पहले इसी काम के लिए एक पब्लिक रिलेशन (पीआर) एजेंसी की तलाश की जा रही थी। जिसके लिए चार पीआर एजेंसियों ने आवेदन किया था।
उनकी टेक्निकल स्क्रूटनी भी हो गई लेकिन कोविड काल में करोड़ों रूपए की एक मुश्त बड़ी रकम देने पर होने वाले विवाद से बचने के लिए अब आउटसोर्स नियुक्तियों का सहारा लिया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार बीजेपी के एक प्रदेश स्तरीय पदाधिकारी के अलावा कई अन्य को नियुक्ति प्रदान की गई है।