हिमाचल के लाल का शव आज उनके पैतृत्व गांव कुल्लु पहुंचा और सैन्य सम्मान के साथ पार्थिव देह को मुखाग्नि दी गई। जैसे ही पार्थिव देह गांव पहुंची तो चारों तरफ चीखो पुकार गूंज उठी। सोचिए, उस मां पर क्या गुजर रही होगी, जिसकी गोद में 6 माह का बच्चा हो ओर उस बच्चे ने अपने पिता का लाड़ भी न देखा हो। बंजार घाटी की शिल्ली पंचायत के गरुली गांव के लगन चंद ने बीते कल अपनी कर्त्तव्य परायणता के दौरान प्राण गंवा दिए थे। एचआरटीसी मंत्री गोविंद ठाकुर ने भी अंत्येष्टि में हिस्सा लेकर परिवार को ढांढस बंधाया। साथ ही परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं प्रकट की।
राजस्थान में डयूटी के दौरान प्राण गंवाने वाले बंजार के गांव गरूली के सैनिक लगन चंद के परिवार की मदद के लिए अन्नपूर्णा सोसायटी ने हाथ बढ़ाया है। सोसायटी ने लगन चंद के परिवार के नाम डाकघर में ढाई लाख रुपये की एफडी करवाने का निर्णय लिया है। सोसायटी के पदाधिकारी विनीत सूद ने बताया कि इस ढाई लाख की एफडी के मासिक ब्याज से लगन चंद के परिजनों को नियमित रूप से आर्थिक मदद मिलती रहेगी।
लगन चंद के बच्चे की पढ़ाई का पूरा खर्चा भी अन्नपूर्णा सोसायटी वहन करेगी। विनीत सूद ने बताया कि लगन चंद के माता-पिता को कोई पेंशन नहीं मिलती है और उनका बड़ा भाई भी केवल खेती-बाड़ी से ही गुजारा करता है।