शिमला – शिमला की सुषमा ठाकुर के बाद अब रेणुका सिंह ठाकुर टीम इंंडिया का हिस्सा बने जा रही है। पहली बार किसी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए चुनी गई रेणुका आस्ट्रेलिया के खिलाफ होने जा रही टी-20 श्रृंखला के लिए भारतीय महिला क्रिकेट टीम में अपना हुनर दिखाएंगी।
रेणुका का जन्म हिमाचल के शिमला जिले के रोहुडूं के पारसा गांव में हुआ है और जब रेणुका तीन साल की थी, तब उनके पिता का निधन हो गया था। अब वह अपने पिता का सपना कि उनकी बेटी क्रिकेटर बने पूरा करने जा रही है।
रेणुका के पिता संचाई वा कोभाग में सरकारी कर्मचारी थे और उनका निधन 1999 में हो गया था। इसके बाद रेणुका की मां को पति की नौकरी मिली और उन्होंने ही बच्चों का पालन पोषण किया। रेणुका मौजूदा समय में बैंगलोर में हैं। रेणुका ने रोहड़ू में स्थानीय स्तर पर ही क्रिकेट खेलना शुरू किया और बाद में वह हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोशिएसन की धर्मशाला अकेडमी के लिए चुनी गई। रेणुका तेज गेंदबाज हैं और एचपीसीए के कोच पवन सेन से उन्होंने क्रिकेट की बारिकियां सीखी हैं। 2019 में रेणुका ने बीसीसीआई महिला वन डे टूर्नामेंट में सबसे अधिक 23 विकेट हासिल किए थे।इसी साल उसका चयन भारतीय महिला टीम-ए के लिए हो गया था।
मीडिया से बातचीत में रेणुका ने बताया कि यह उनके लिए काफी भावुक क्षण है। उनके पिता को क्रिकेट से काफी प्यार था और इसी वजह से उन्होंने अपने बेटे और भाई का नाम विनोद नाम रखा था। वह विनोद कांबली के बड़े फैन थे। उम्मीद है वह मुझे ऊपर से देख रहेंगे होंगे।