मंडी में सरकारी क्षेत्र का पहला नशा निवारण व पुनर्वास केंद्र खुल गया है। रविवार को मंडी दौरे पर आए सीएम जयराम ठाकुर ने इसका विधिवत रूप से शुभारंभ किया। यह केंद्र मंडी शहर के साथ लगते रघुनाथ का पधर नामक स्थान पर खोला गया है। यहां पहले कुष्ठ रोगियों का उपचार होता था और अब इनकी संख्या कम होने के चलते भवन को नशा निवारण व पुनर्वास केंद्र में तब्दील किया गया है।
बता दें कि इससे पहले हिमाचल प्रदेश में सरकारी क्षेत्र का कोई भी नशा निवारण व पुनर्वास केंद्र नहीं था। नशे की लत से जूझ रहे लोगों का उपचार निजी क्षेत्र के केंद्रों पर करवाना पड़ता था जिसकी काफी भारी रकम परिजनों को अदा करनी पड़ती थी। अब लोगों को मंडी में यह सुविधा सरकारी क्षेत्र में ही मिलेगी। शुरूआती दौर में यहां पर 15 बिस्तरों का प्रावधान है, जबकि भविष्य में इस संख्या को जरूरत के हिसाब से बढ़ाया जाएगा। उद्घाटन के बाद अपने संबोधन में सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि नशे की रोकथाम के लिए राज्य सरकार पूरी तरह से प्रयासरत है। इस केंद्र के खुलने से लोगों को नशे की लत से छुटकारा पाने में काफी ज्यादा मदद मिलेगी।
जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार ने नशाखोरी को लेकर कड़े कानून भी बनाए हैं। जो लोग नशे के कारोबार में संलिप्त होते हैं उनके पास नशे की छोटी से छोटी खेप मिलने पर भी जमानत न देने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि नशाखोरी रोकने में अभिभावक सबसे अहम भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने अभिभावकों से आह्वान किया कि वे अपने बच्चों की हर गतिविधि पर नजर रखें ताकि बच्चे को नशे के चंगुल में जाने से रोका जा सके।
इस मौके पर उनके साथ अस्पताल कल्याण अनुभाग की अध्यक्षता डा. साधना ठाकुर, कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर, सदर विधायक अनिल शर्मा और अन्य विधायक व अधिकारी भी मौजूद रहें।