शिमला
एक वर्ष से उलझा हुआ था मामला
हिमाचल प्रदेश वन विभाग में पिछले लग भाग एक वर्ष से एक ही बीच के 59 जे ओ ए आई टी की सीनियरिटी का उलझा हुए मामले को हिमाचल प्रदेश वन विभाग के मुखिया अजय श्रीवास्तव ने निजी हस्तक्षेप के बाद सुलझा लिया है | गौरतलब है की पिछले एक वर्षो से वन विभाग में एक ही बीच में नियुक्त हुए 447 कोड के जे ओ जाई टी को अलग अलग सीनियरिटी के अंतर्गत नियमित करने को लेकर काफी विबाद चल रहा था और यह मामला सचिवालय के चक्कर काट कर प्रधान मुख्य अरण्यपाल (हॉफ) के कार्यालय में एक लम्बे अरसे से लंबित था और इससे विभाग के 59 जे ओ ए आई टी की सीनियरिटी में हुई गलती का खामियाजा प्रदेश के अनेक जे जो आई टी झेल रहे थे | हिमाचल प्रदेश वन विभाग मिनिस्ट्रियल स्टाफ ने प्रधान मुख्य अरण्यपाल (हॉफ) अजय श्रीवास्तव से इस बारे विस्तार से चर्चा की और हॉफ ने इस पर गहन विचार करते हुई अनेक पहलुओं पर इसकी छानबीन की |
अजय श्रीवास्तव ने वन विभाग के जिला न्यायवादी श्री उमेश शर्मा से कानूनी सलाह लेने पर यहपाया कि कि उपरोक्त जे ओ आई टी की सिनीयारिटी में विभागीय स्तर पर चूक हुई है और इसे सुलझाया जा सकता है ताकि विभाग को किसी प्रकार के न्यालायल के विवाद में न उलझना पड़े और विभाग के जे ओ आई टी को न्याय मिल सके | गौरतलब है कि’ अनेक जे ओ आई टी वन विभाग के मुखिया और हिमाचल प्रदेश वन विभाग मिनिस्ट्रियल स्टाफ के अध्यक्ष प्रकाश बादल को इस मामले को सुलझाने की काफी गुहार लगा रहे थे |
वन विभाग के मुखिया अजय श्रीवास्तव ने इस मामले पर आदेश संख्या 1106/2022 दिनांक 27. 12. 2022 के माध्यम से सुलझा लिया है और कड़े निर्देश दिए हैं कि हिमाचल प्रदेश के इन कर्मियों की सीनियरिटी के मामले को हिमाचल प्रदेश सरकार के कार्मिक विभाग के निर्देशानुसार सुलझा दिया है | वन विभाग के मुखिया अजय श्रीवास्तव द्वारा इस मामले का तार्किक अंत करने के लिए हिमाचल वन विभाग मिनिस्ट्रियल स्टाफ के अध्यक्ष प्रकाश बादल ने वन बल मुखिया (हॉफ ) का हार्दिक धन्यवाद किया है और उनके इस फैसले को जायज़ करार देते हुए इसके सन्दर्भ में जारी आदेशों का स्वागत किया है | उन्होंने अजय श्रीवास्तव को कर्मचारी हितैषी बताते हुए उनकी कार्यशैली की प्रशंसा की है | इस सन्दर्भ में हिमाचल प्रदेश वन विभाग मिनिस्ट्रियल स्टाफ के अध्यक्ष प्रकाश बादल की अध्यक्षता में जे ओ आई टी का एक प्रतिनिधिमंडल भी हॉफ से मिला और उन्होंने हॉफ को गुलदस्ता भेंट कर धन्यवाद किया | इस अवसर पर अजय श्रीवास्तव ने एसोसिएशन के अध्यक्ष को आश्वस्त किया कि वे हमेशा से वन विभाग के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों के हितैषी रहे हैं और हमेशा उनका नजरिया हमेशा छोटे कर्मचारियों के हितों की विशेष तौर पर रक्षा करने का रहा है | उन्होंने हिमाचल प्रदेश मिनिस्ट्रियल स्टाफ के प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि उनकी रहनुमाई में छोटे कर्मचारियों के व्यक्तिगत हितों और पात्रता का विशेष ध्यान रखा जाएगा और उन्हें प्राथमिकता के आधार पर सुलझाया जाएगा |अजय श्रीवास्तव से एसोसिएशन को यह भी बताया कि उन्होंने अपने अधीनस्थ अधिकारियों को कड़े आदेश दिए हैं कि छोटे कर्मचारियों की सीनियरिटी और पदोन्नति के मामले में किसी प्रकार की त्रुटि और विलम्ब को वो भविष्य में बर्दाश्त नहीं करेंगे | इस प्रकार वन विभाग के लगभग एक वर्ष से चले आ रहे जे ओ आई टी के मुद्दे को हॉफ ने मिनिस्त्रियाल्स्राफ की मध्यस्थता के बाद सुलझा लिया है |
अधीक्षक ग्रेड-II के तीन पद तैनाती
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एक अन्य मामले में हिमाचल प्रदेश वन विभाग मिनिस्ट्रियल स्टाफ के अध्यक्ष प्रकाश बादल द्वारा वन विभाग के तीन अधीक्षक ग्रेड-II के रिक्त पड़े सात पदों के स्थान पर सिर्फ चार पदों को ही भरने के निर्णय पर लिखित और मौखिक रूप से जताई गई आपत्ति का कड़ा संज्ञान लेते हुए अजय श्रीवास्तव ने तीन एनी अधीक्षक ग्रेड-II के रिक्त पदों पर वरिष्ठ सहायकों में से अधीक्षक ग्रेड-II के रूप में कार्यालय आदेश संख्या 1107/2022 दिनांक 27.12.2022 के अंतर्गत पदोन्नत कर दिया गया है |
इन आदेशों के अंतर्गत सी सी एफ ईको टूरिज्म में कार्यरत वरिष्ठ सहायक राजेश वर्मा, नाहन वृत्त में कार्यरत मंजीत सिंह तथा रामपुर वृत्त में कार्यरत श्री अनिल कुमार को अधीक्षक ग्रेड-II के पद पर पदोन्नत किया गया है | हिमाचल प्रदेश वन विभाग मिनिस्ट्रियल स्टाफ के अध्यक्ष प्रकाश बादल ने हॉफ अजय श्रीवास्तव का आभार व्यक्त करते हुए बताया है कि अजय श्रीवास्तव ने इन आदेशों के माध्यम से यह प्रमाणित किया है कि वे कर्मचारियों के निजी और जायज़ हितों को बहाल करने में कार्यकुशलता और विवेक से निर्णय लेने में सक्षम हैं |