हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में भुंतर हवाई अड्डे के बाहर बुधवार को जो कुछ भी हुआ, उसके पीछे केंद्रीय मंत्री के काफिले में मुख्यमंत्री के काफिले के वाहनों को शामिल करने के साथ साथ फोरलेन प्रभावितों के लगाए हमारा पीएम कैसा, नितिन गडकरी जैसा हो… के नारे भी कारण रहें है।सूत्रों की माने तो यह सब तब शुरू हुआ जब मंत्री के पहुंचने से पहले, उनका काफिला तैयार हुआ और प्रोटोकॉल के अनुसार कुल्लू एसपी ने सिर्फ उस वाहन को शामिल करने की इजाजत दी, जिसमें मुख्यमंत्री बैठए हुए थे।
प्रोटोकॉल के अनुसार बाकी वाहनों को शामिल नहीं करने पर पहले ही एसपी और सीएम सुरक्षा के अधिकारियों के बीच बहस हो चुकी थी। जब केंद्रीय मंत्री का काफिला एयरपोर्ट से मनाली की ओर रवाना हुआ तो एयरपोर्ट गेट के बाहर फोरलेन प्रभावित किसानों-बागवानों के एक प्रतिनिधिमंडल ने काफिला रोक लिया।
सूत्रों की मानें तो भीड़ देखकर मंत्री नितिन गडकरी प्रभावितों की बात सुनने के लिए गाड़ी से उतर गए। प्रभावितों ने अपना एक मांग पत्र सौंपा। गडकरी ने इस दौरान साथ खड़े मुख्यमंत्री व उपायुक्त कुल्लू से प्रभावितों की मांगें पूरी न होने पर भी सवाल पूछ लिया।
बाद में उन्होंने समस्या का निवारण करने के लिए सरकार की तरफ से आश्वासन दिया तो मंत्री के इस कदम से लोग खुश हो गए और हमारा पीएम कैसा हो नितिन गडकरी जैसा हो जैसे नारे लगाने लगे। चजैसे की प्रदेश में भाजपा की सरकार है और इन नारों का प्रदेश ही नहीं, देश की सियासत में खासा महत्व हो सकता है। ऐसे में इन नारों ने ही पहले से खराब माहौल कर दिया था। काफिला रोके जाने पर मुख्यमंत्री के एतराज के बाद उनके सुरक्षा अधिकारी ने एसपी से नाराजगी व्यक्त कर दी।
नतीजा यह हुआ कि एसपी और सीएम सुरक्षा में तैनात अधिकारियों-कर्मचारियों के बीच मारपीट हो गई। मारपीट के दौरान एसपी के पक्ष में सड़क पर उतरे किसानों-बागवानों ने जब सीएम सुरक्षा में तैनात कर्मियों से मारपीट का कारण पूछा तो कुछ लोगों ने उन्हें ही इस घटना का कारण बता दिया। जाहिर है गडकरी के पक्ष में लगे नारे ही मोदी के नाराज होने का डर प्रदेश के नेतृत्व के मन में ले आए थे। इसके बाद काफिला रोका जाना बहाना बना और बात मारपीट तक पहुंच गई। उधर, सोशल में वायरल वीडियो में हंगामे के दौरान कई फोरलेन प्रभावित किसान कह रहें है कि एसपी साहब को क्यों मार रहे हो, यह हंगामा सीएम के सुरक्षा कर्मियों की वजह से हो रहा है। हम आत्महत्या कर लेंगे।