वन मंत्री राकेश पठानिया ने धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र के काला पुल में वन विभाग की 1.66 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं की आधारशिला रखने के उपरांत प्रेसवार्ता को सम्बोधित कर रहे थे।
राकेश पठानिया ने कहा कि प्रदेश में ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए नये पर्यटन स्थलो तथा ईको टूरिज्म को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ईको टूरिज्म के दो स्थानों पराशर झील मंडी तथा चम्बा के जोत का सर्वे तथा अन्य औपचारिकताएं पूरी करके मामला भारत सरकार को भेजा जा चुका है। उन्होंने कहा कि वे स्वयं हिमाचल के अन्य स्थानों का प्रवास करके ईको टूरिज्म की नई साइटों को चिन्हित करने के लिए प्रयासरत हैं और शीघ्र ही 7 और साइट का सर्वे पूर्ण कर स्वीकृति का मामला केन्द्र सरकार को भेजा जाएगा।
वन मंत्री ने कहा कि हिमाचल के वन, प्रकृति एवं वन्य जीव न केवल भारत में अपितु विश्व में हिमाचल को एक विशेष स्थान दिलाते हैं। उन्होंने कहा कि यहां की प्राकृतिक संपदा के कारण ही लाखों पर्यटक हर वर्ष हिमाचल में आते हैं और हिमाचल वासियों को जीवन यापन के लिए रोजगार के अनेकों साधन उपलब्ध कराते हैं।
वन मंत्री ने कहा कि वन इसी कड़ी में प्रदेश सरकार द्वारा वनों के संरक्षण और ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए अनेकों योजनाएं प्रारंभ की गई हैं।