शिमला,10मार्च
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के ईआरपी सिस्टम में इस बार सभी पीजी कोर्स में ऑन स्क्रीन करवाए गए मूल्यांकन से पैदा हुई छात्रों की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। नए सिस्टम के कारण पहले ही पांच माह बाद रिजल्ट घोषित होने की प्रक्रिया शुरू हुई। जो रिजल्ट घोषित किए भी जा रहे हैं। इनमें भी आधे-अधूरे होने के मामले सामने आ रहे हैं। अगले सेमेस्टर की परीक्षा दे रहे विद्यार्थी अब अपना पिछला परिणाम सेटल करवाने के लिए दौड़ धूप करें या फिर अगले सेमेस्टर की परीक्षा की तैयारी करें। ऐसे ही कुछ छात्रों की परिणाम घोषित करने के बाद डाउनलोड किए गए रिजल्ट कार्ड में पांच में से सिर्फ एक या दो विषयों के ही पूरे अंक हैं, शेष का आरएलए दर्शाया गया है। कई विद्यार्थियों के दो-दो विषयों के अवार्ड ही रिजल्ट कार्ड पर अंकित किए गए हैं।
ऐसे आधे-अधूरे घोषित किए गए परिणाम से विद्यार्थियों को अपना पिछला पूरा परिणाम नहीं मिल पा रहा है। विद्यार्थी नहीं जान पा रहे है कि पिछली परीक्षा में वे कितने विषयों में पास हुए और कितने अंक प्राप्त कर पाए हैं। विवि के विधि विभाग के एलएलबी में ऐसे छात्रों की संख्या अधिक है। एसएफआई की विवि इकाई के अध्यक्ष रॉकी का आरोप है कि अब तक जो पीजी कोर्स के परिणाम घोषित किए गए हैं, उनमें करीब 80 फीसदी ऐसे ही परिणाम हैं, जो आधू-अधूरे हैं।
आधे नतीजों को सेटल करवाने के लिए विद्यार्थी विवि के चक्कर काट रहे हैं। विवि का ईआरपी सिस्टम पूरी तरह से फेल है। ऐसे नतीजों का कोई मतलब नहीं रह जाता है। नतीजे घोषित करने में लगे पांच माह के बाद छात्र संगठनों के बने दबाव और विरोध को शांत करने के लिए विवि ने आननफानन में आधे अधूरे अवार्ड चढ़ाकर परिणाम घोषित कर दिए। इन नतीजों से विद्यार्थियों को राहत की जगह और अधिक परेशानी हो रही है। उन्होंने विवि के परीक्षा नियंत्रक के समक्ष इस समस्या को गंभीरता से उठाया और इसका तुरंत समाधान करने पूरे परिणाम घोषित करने की मांग की है।
विवि के परीक्षा नियंत्रक डॉ. जेएस नेगी ने कहा कि समस्या उनके ध्यान में लाई गई है। पीजी के जो भी नतीजे घोषित किए जा रहे हैं। उन्हें कर्मचारी जांचकर घोषित कर रहे हैं। उनका कहना है कि आरएलए के रिजल्ट लेट डयू टू अवार्ड के कई कारण होते हैं। हर विद्यार्थी की समस्या को सुलझाने के लिए भी स्टाफ कार्य कर रहा है।
विवि ने घोषित किए पीजी, एमफिल के नतीजे
हिमाचल प्रदेश विवि ने कई पीजी कोर्स के नतीजे मंगलवार को घोषित किए हैं। इनमें एमए अर्थशास्त्र के पहले, तीसरे और चौथे सेमेस्टर, एमए हिंदी के पहले और तीसरे सेमेस्टर, एमए संस्कृत के पहले, दूसरे, तीसरे और चौथे सेमेस्टर के नतीजों के अलावा एमफिल इंग्लिश और पीएचडी इंग्लिश कोर्स वर्क के नतीजे भी घोषित कर दिए हैं।
पीएचडी के लिए काउंसलिंग 15 मार्च को
हिमाचल प्रदेश विवि के बायोटेक्नोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी विभाग में पीएचडी की सीटों में प्रवेश के लिए 15 मार्च को काउंसलिंग होगी। इसमें सत्र 2021-22 में दोनों पीएचडी में प्रवेश के लिए हुई परीक्षा में तीस या इससे अधिक अंक अर्जित करने वाले छात्र पात्र होंगे। विभागाध्यक्ष कार्यालय में होने वाली काउंसलिंग में छात्रों को सभी आवश्यक प्रमाण पत्र और दस्तावेज लाने होंगे।
एलएलएम प्रथम सेमेस्टर की प्रवेश मेरिट की जारी
हिमाचल प्रदेश विवि के विधि विभाग में एलएलएल कोर्स में सत्र 2021-22 को प्रवेश की मेरिट जारी कर दी गई है। इस सूची में प्रवेश पाने वाले छात्रों को 11 मार्च को दोपहर दो बजे तक तय फीस जमा करवाने का समय दिया गया है। फीस जमा न करवाने पर सीट को सूचि में वेटिंग में शामिल छात्रोें को आवंटित कर दिया जाएगा।