हमीरपुर 31 मई – प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष एवं सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने कहा है कि हिमाचल की जनता को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के हिमाचल दौरे से बहुत उम्मीदें थी और प्रदेश वासियों ने बहुत से सपने संजोए थे, लेकिन प्रधानमंत्री जी ने अपने भाषण में न तो हिमाचल वासियों को कोई सौगात दी और ना ही अपने मंत्रिमंडल में हिमाचल से संबंधित मंत्री का नाम तक लिया जिससे प्रदेश की जनता खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही है।
आज यहां जारी एक बयान में राजेंद्र राणा ने कहा कि देश के सम्माननीय प्रधानमंत्री जी हमेशा हिमाचल प्रदेश के साथ प्रेम और भावनात्मक लगाव का नाता जोड़ते हैं और इसी वजह से हिमाचल वासियों को उनसे बहुत उम्मीदें रहती हैं। परंतु अभी तक हिमाचल वासियों की उम्मीदें पूरी नहीं हुई है और इस चुनावी वर्ष में प्रधानमंत्री जी का संबोधन प्रदेश की जनता को कोई राहत नहीं दे पाया। यहां तक की हिमाचल से संबंधित अपने ही एकमात्र केंद्रीय मंत्री का नाम तक मंच पर ना लेना , जानता में चर्चा का विषय जरूर बन गया है।
उन्होंने कहा कि वायदों और जुमलों के जरिए जनता को ज्यादा देर तक नहीं बहलाया जा सकता। राणा ेने कहा कि हिमाचल पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न तो प्रति वर्ष 2 करोड़ रोजगार देने के अपने वायदे पर कोई बात की है, न ही महंगाई और भ्रष्टाचार पर कुछ बोले हैं। उन्होंने कहा कि जनता भी अब यह मानने लगी है कि जिस तरह गर्मियों में सैलानी हिमाचल की आबोहवा का लुत्फ लेने आते हैं , उसी तरह प्रधानमंत्री जी का हिमाचल दौरा भी पोलिटिक्ल टूरिज्म की श्रेणी से खुद को अलग साबित नहीं कर पाया।
राजेंद्र राणा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने प्रदेश के लिए औद्योगिक पैकेज का कोई जिक्र नहीं किया , न ही कोई चर्चा हुई। प्रदेश के लाखों शिक्षित बेरोजगार नौकरी की राह देख रहे हैं। लेकिन प्रधानमंत्री ने बेरोजगारी को लेकर एक शब्द नहीं बोला। ओपीएस ओल्ड पेंशन स्कीम पर कोई स्थिति स्पष्ट नहीं की। प्रदेश के लाखों आउटसोर्स कर्मियों के लिए कोई बात नहीं की। राणा ने कहा कि ऐसे में प्रदेश की जनता जानना चाहती है कि करोड़ों के खर्च से शिमला में सत्ता के 8 साल के जश्न का आखिर प्रदेश की जनता को क्या लाभ हुआ। राणा ने कहा कि लोकतंत्र में बीजेपी की सत्ता के बाद यह पहली बार हुआ है कि कोई प्रधानमंत्री प्रदेश के दौरे पर आता है और जनता हताशा और निराशा में डूबी रह जाती है।
उन्होंने कहा आम जनता महंगाई से त्रस्त है लेकिन जुमलों और झूठों की बरसात में आम आदमी के मुद्दों पर कोई बात तक नहीं होती है। ऐसे में यह मान लिया जाना स्वाभाविक है कि प्रधानमंत्री आम आदमी के हितों से बढ़कर बीजेपी की सत्ता की पैरवी व वकालत करने के लिए हिमाचल आए थे। शिक्षा और चिकित्सा की स्थिति बद से बदहाल है। हिमाचल वासी अभी तक चुनावी जुमलों को हकीकत में बदलने का इंतजार कर रहे हैं परंतु हर बार उन्हें निराशा हासिल होती है।