शिमला 03 जून । बीते 27 वर्षों से चल रही सोलन-पीरन ठूंड सेवा को बंद करना तर्कसंगत नहीं है और यदि इस बस सेवा को एक सप्ताह के भीतर बहाल नहीं किया गया तो प्रदेश किसान सभा हिमाचल पथ परिवहन निगम के शिमला प्रमुख कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन करेगी । हिमाचल प्रदेश किसान सभा के अघ्यक्ष डाॅ0 कुलदीप तंवर द्वारा शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि सोलन- पीरन ठूंड बस सेवा राजनीति का शिकार हो गई है । इनका कहना है कि कसुंपटी निर्वाचन क्षेत्र में बीते 20 वर्षों से कांग्रेस का प्रतिनिधित्व है जबकि सत्ता में भाजपा का शासन है । यदि सरकार इस बस सेवा को आरंभ कर देती है तो विपक्ष इसे बंद करवा दिया जाता है अर्थात यह सिलसिला बीते दो वर्षों से लगातार चलता आ रहा है । इस अवधि के दौरान अबतक आठ बार यह बस सेवा बंद हो चुकी है जिससे पीरन और सतलाई पंचायत के सैंकडों लोग परेशानी से जूझ रहे हैं ।
डाॅ0 तंवर ने बताया कि मशोबरा ब्लाॅक के सिरमौर की सीमा के साथ लगते क्षेत्र के किसान सोलन मंार्किट से जुड़े हैं । पीरन और सतलाई पंचायत के लोगों को सिरमौर के जघेड़ नामक स्थान पर सोलन के लिए बस पकड़ने के लिए निजी गाड़ी करनी पड़ती है जिसकेे न्यूनतम चार से पांच सौ रूपये अदा करने पड़ते है जिससे गरीब लोग सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे है । उन्होने बताया कि सोलन-पीरन बस सेवा जनवरी 1995 को आरंभ की गई थी जिससे एचआरटीसी द्वारा कोरोना काल के दौरान बंद कर दिया गया । जिसके बंद होने से विशेषकर गरीब लोगों को सोलन मंडी व मार्किट जानें बहुत असुविधा हो रही है । उन्होने बताया कि यदि एचआरटीसी द्वारा इस बस सेवा को पुनः बहाल नहीं किया गया तो किसान सभा आन्दोलन का रास्ता अपनाने में भी गुरेज नहीं करेगी ।
क्षेत्रीय प्रबंधक एचआरटीसी सोलन शुगल सिंह से दूरभाष से बात करने बारे काफी प्रयास किए गए परंतु उनके द्वारा मोबाईल फोन नहीं उठाया गया । जब उनके कार्यालय से इस बारे बात की गई । उन्होने बताया कि डिपों की काफी बसें कंडम कर दी गई है जिस कारण घाटे में चलने वाले सारे रूट फिलहाल बंद कर दिए गए है ।