हिमाचल कांग्रेस सरकार का एक वर्ष, लोगों की जुबानी
शिमला।
हिमाचल में सरकार का एक वर्ष पूरा हो रहा है। कैसा रहा साल भर का सफर? क्या चुनौतियां रहीं, क्या जिन गारंटियों के साथ चुनावी घोषणा की गई थी, क्या वह पूरी हुईं। जिस व्यवस्था परिवर्तन की बात मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू और उनका मंत्रिमंडल कर रहा है, क्या लोगों की आकांक्षाओं पर खरी उतर पाई।
इन सब बातों पर चर्चा करेंगे। अलग अलग क्षेत्रों में आम जनता से बात करेंगे और जानेंगें कि कैसा रहा कांग्रेस का एक वर्ष का कार्यकाल।
आज हम बात करेंगे शिमला ग्रामीण की ग्राम पंचायत गलोट की। यह पंचायत टुटू विकास खंड के अंतर्गत आती है। यहां के अधिकतर लोग किसानी करते हैं। यहां की कुल जनसंख्या 1450 के करीब है।
यहां से विधायक और सुक्खू मंत्रिमंडल में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह बार बार अपने विधानसभा क्षेत्र को आदर्श बनाने की बात कहते नजर आ रहे हैं।
पंचायत की बागडोर महिला प्रधान रंजना ठाकुर के हाथों में है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का एक वर्ष का कार्यकाल निराशाजनक रहा। झूठे वायदों के साथ चुनाव के समय भोले भाले लोगों से लोक लुभावने वायदे किए गए, जो अभी तक पूरे नहीं हुए हैं। हर वर्ग खासकर महिला वर्ग को 1500 रुपए प्रतिमाह देने की जो बात की गई थी, वह झूठी साबित हुई।
बात इसी पंचायत के फगेड़ा वार्ड के मनोज ठाकुर की करेंगे। पेशे से किसानी करते हैं। पॉलीहाउस में कार्य कर रहे मनोज ठाकुर ने कहा कि इस सरकार में जो वायदे चुनाव के समय और बजट में किए गए थे, वह अभी तक धरातल में नहीं दिख रहे हैं। अभी तक के कार्यकाल में लोगों को मात्र निराशा ही हाथ लगी है।
पनेश वार्ड से संबंध रखने वाले अमित गर्ग का कहना है कि जिस रफ्तार से सरकार कार्य कर रही थी, उसमें जरूर कमी आई है। इसका कारण आपदा है। अगर आपदा ना आती तो हिमाचल की तस्वीर कुछ और होती। हमें पूरा विश्वास है कि सरकार व्यवस्था परिवर्तन के साथ सत्ता में आई है और आने वाले समय में सभी गारंटी पूरी होगी।
टिकरी मशाह वार्ड से संबंध रखने वाले संजय ठाकुर प्राइवेट नौकरी करते हैं। उनका कहना है कि शिमला ग्रामीण विधानसभा में 5000 नौकरी देने का जो वायदा विधायक विक्रमादित्य सिंह ने किया था वह पूरा नहीं हो पाया है। साथ ही मनरेगा की दिहाड़ी जो बजट में बढ़ाई गई थी उसे उल्टा घटाया गया है।
शीलडू वार्ड से संबंध रखने वाले जगदीश शर्मा का कहना है कि अभी हमें सरकार को और समय देना चाहिए। जिस वायदे के साथ सरकार सत्ता में आई है, उससे लोगों को बहुत अपेक्षा है।