आईजीएमसी हॉस्टल में जूनियर एमबीबीएस छात्र की रैगिंग व मारपीट मामले में फंसे दो प्रशिक्षु डॉक्टरों को संस्थान से निष्कासित कर दिया गया है।
दोनों आरोपितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद संस्थान की तरफ से यह कड़ी कार्रवाई की गई है। आईजीएमसी के प्रिंसिपल डॉक्टर रजनीश पठानिया ने इसकी पुष्टि की है।
इस बीच आईजीएमसी प्रबंधन व एंटी रैगिंग कमेटी के लिखित में पुलिस को मामला सौंपे जाने के बाद शिमला पुलिस ने आईजीएमसी हॉस्टल पहुंच कर मामले की छानबीन शुरू की और सीसीटीवी रिकार्ड कब्जे में लिया। पुलिस ने घटना के दौरान मौजूद तृतीय वर्ष के अन्य छात्रों के ब्यान भी दर्ज किए। हालांकि रैगिंग के दोनों आरोपी इंटर्न डॉक्टर्स अभी पुलिस की गिरफ़त से बाहर हैं। पुलिस इनकी तलाश कर रही है। मामले को लेकर एस.पी शिमला मोहित चावला ने कहा छात्र की शिकायत पर रैगिंग का मामला दर्ज कर छानबीन की जा रही है।









