मंडी:
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मंडी ने गुरूवार को अपना 14वां स्थापना दिवस मनाया। समारोह के मुख्य अतिथि प्रो. टी.जी. सीताराम, अध्यक्ष, अखिल भारतीय प्रौद्योगिकी के साथ विशिष्ट अतिथि वेंकटाद्रि के.आर., मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी, टाटा केमिकल्स ने अपनी उपस्थिति दर्ज की। । इस कार्यक्रम में फैकल्टी, स्टाफ, विद्यार्थियों और विशिष्ट अतिथियों की भागीदारी रही। समारोह की अध्यक्षता प्रोफेसर प्रेम व्रत, चेयरमैन, बोर्ड ऑफ गवर्नर, आइआइटी मंडी ने की।
इस साल का यंग अचीवर्स अवार्ड स्थापना दिवस के अवसर पर डॉ. गरिमा अग्रवाल, स्कूल ऑफ केमिकल साइंसेज और डॉ. सनी जफर, स्कूल ऑफ मैकेनिकल एंड मैटेरियल इंजीनियरिंग
को प्रदान किया गया। साथ ही, डॉ. हितेश श्रीमाली, स्कूल ऑफ कंप्यूटिंग एंड इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग; डॉ. अतुल धर, स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग; डॉ. अमित जायसवाल,
स्कूल ऑफ बायोसाइंसेज एंड बायोइंजीनियरिंग; डॉ. नीतू कुमारी, स्कूल ऑफ बेसिक साइंसेज और डॉ श्यामाश्री दासगुप्ता, स्कूल ऑफ ह्यूमैनिटीज एंड सौश् सोशल साइंसेज को यंग फैकल्टी फेलो 2023 से सम्मानित किया गया। डॉ. गरिमा अग्रवाल एनएएसआई-ंयंग साइंटिस्ट प्लेटिनम जुबली अवार्ड से भी सम्मानित हैं।
यह वार्षिक वैज्ञानिक पुरस्कार ‘रासायन विज्ञान’ श्रेणी के तहत क्षेत्र में शिक्षक के उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया जाता है। डॉ. बस्कर बक्थावाचलू, स्कूल ऑफ बायोसाइंसेज एंड बायोइंजीनियरिंग को ईएमबीओ ग्लोबल इन्वेस्टिगेटर
नेटवर्क का नया सदस्य बनने का सम्मान मिला है। इस अवसर पर संस्थान को संबोधित करते हुए प्रो. टी.जी. सीताराम, अध्यक्ष, एआईसीटीई, भारत सरकार ने कहा, आइआइटी मंडी अनुसंधान और नवाचार की संस्कृति के निर्माण में एक प्रशंसनीय काम कर रहा है। हम चैटजीपीटी के युग में हैं जहां कृत्रिम बुद्धि तकनीकी की दुनिया पर छा रही है।
आईआईटी मंडी के निदेशक प्रो. लक्ष्मीधर बेहरा ने इस अवसर पर कहा,‘‘आईआईटी मंडी ने अनुसंधान, शिक्षा और कौशल विकास में अग्रसर रहने के लिए पिछले एक साल में कई कदम उठाए हैं। हम ने हाल में डेटा साइंस और आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस (एआई) में दो वर्षीय एमबीए डिग्री प्रोग्राम शुरू
किया है जो बिग डेटा एनालिटिक्स में उद्योग की बढ़ती मांगों को पूरा करेंगे। भारत सरकार की दूरदृष्टि के अनुसार संस्थान ने एक अत्याधुनिक आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स (सीएआईआर) केंद्र की स्थापना की है ।