कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत प्रदेश के सभी सामाजिक सुरक्षा पेंशनधारकों को वित्त वर्ष 2020 की पहली तिमाही की एकमुश्त पेंशन प्रदान करने के राज्य सरकार के निर्णय के अनुसार सोलन जिला में 84 प्रतिशत पेंशनधारकों को डाक विभाग के माध्यम से घर-द्वार पर पेंशन उपलब्ध करवाई जा चुकी है।
सोलन जिला में वर्तमान मंे कुल 33,940 सामाजिक सुरक्षा पेंशनधारक हैं, जिनमें से अभी तक लगभग 84 प्रतिशत व्यक्तियों को सामाजिक सुरक्ष पैंशन प्रदान की जा चुकी है। जिला के कुल सामाजिक पेंशनधारकों में 22,714 वृद्धावस्था, 7424 विधवा, परित्यक्ता, तलाकशुदा, 3759 दिव्यांग पेंशनधारक हंै।
जिला में 43 कुष्ठ रोगियों को भी सामाजिक सुरक्षा पेंशन उपलब्ध करवाई जा रही है। सोलन जिला में सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत वृद्धावस्था पेंशनधारकों में 70 से 79 वर्ष आयुवर्ग में 13,010 तथा 80 वर्ष से अधिक के 1584 पेंशनधारक हंै। 60 से 69 वर्ष आयुवर्गमें 8120 पेंशनधारक हंै। प्रदेश सरकार के निर्णय स्वरूप सामाजिक सुरक्षा पेंशनधारकों को अपै्रल, मई तथा जून माह की पेंशन एक साथ उपलब्ध करवाई जा रही है। इसके लिए जिला को प्रदेश सरकार की और से 12 करोड़, 43 लाख, 74 हजार, 500 रुपए उपलब्ध करवाए गए हैं। अभी तक पैंशन के रूप में लगभग 11 करोड़ 50 लाख रुपए की राशि का वितरण किया जा चुका है।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सहकारिता मत्री डाॅ. राजीव सैजल ने इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश के लगभग पांच लाख 34 हजार सामाजिक सुरक्षा पेंशनधारकों को अप्रैल 2020 के पहले सप्ताह में ही प्रथम तिमाही की पैंशन जारी कर दी गई है। इसमें लगभग 01 लाख 25 हजार विधवा तथा दिव्यांगजन पेंशनधारक भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इनकी मासिक सामाजिक सुरक्षा पेंशन 850 रुपये से बढ़ाकर 1,000 रूपये प्रतिमाह की गई है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के खतरे के दृष्टिगत मुख्यमन्त्री जयराम ठाकुर द्वारा लिए जा रहे दूरदर्शी निर्णय समाज के सभी वर्गों को राहत पंहुचाने की दिशा में मजबूत सहारा बनकर उभरे हैं।
जीवन के 80 बसन्त से अधिक देख चुके अर्की उपमण्डल की ग्राम पंचायत भूमति के बालक राम हों या फिर बरू देवी अथवा इसी ग्राम पंचायत के सल्याट गांव के दयाराम हों, सभी सरकार के घर-द्वार पर पेंशन पंहुचाने के निर्णय की भूरि-भूरि प्रशंसा कर रहे हंै।
विधवा पेंशन प्राप्त कर रही डाडल गांव की कासु देवी का कहना है कि वह प्रदेश सरकार की धन्यवादी हैं कि ऐसे समय में हमारे घर पंहुचकर हमारी आवश्यकता को पूरा किया है। निःसन्देह प्रदेश सरकार का यह निर्णय मानवीय संवेदनाओं के साथ सामाजिक सरोकारों का पूरा करने की दिशा में अभूतपूर्व है।
डाॅ. सैजल का कहना है कि कोरोना वायरस के खतरे के कारण राज्य सरकार लोगों को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं और गरीबों व जरूरतमंदों को समय रहते राहत प्रदान करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।