बीजेपी के लिए ‘GST का मतलब- गरीब से टैक्स वसूलना’ :विवेक कुमार
कांग्रेस के पार्टी के प्रदेश महासचिव विवेक कुमार ने खाद्य वस्तुओं पर जीएसटी लगाने का कड़ा विरोध करते हुए कहा कि मोदी और जयराम सरकार गरीब विरोधी सरकार है।भाजपा राज में महंगाई चरम पर है। भाजपा राज में खाने की चीजों की महंगाई 9% तक बढ़ी और थोक वस्तुओं की महंगाई 95 महीनों में सबसे ज्यादा है
केंद्र की भाजपा सरकार गरीब की थाली से रोटी छीन रही है। गरीबों को दो वक्त की रोटी भी चैन से खाने नहीं दे रही है। सरकार ने आटा, दाल, चावल, दूध पर जीएसटी 5% लगाकर गरीब की थाली पर प्रहार किया है। भाजपा राज में महंगाई ने आम आदमी का जीना दूभर कर दिया है। जिससे साबित है कि मोदी सरकार गरीब विरोधी सरकार है।
विवेककुमार ने केंद्र की मोदी सरकार को किसान, बागवान और गरीब विरोधी करार देते हुए कहा कि अब केंद्र सरकार के निशाने पर किसान,बागवान और गरीब वर्ग है। *बीजेपी के लिए “GST का मतलब – गरीब से टैक्स वसूलना’*। पहले सेब के बारदाने पर जीएसटी लगाकर बागवानों को आर्थिक भार डालकर परेशान कर रहे है।
5 फीसदी जीएसटी लगने से दूध 3 रुपए लीटर, 10 किलो के आटे का पैक करीब 20 रुपए और 5 किलो चावल की पैक करीब 25 रुपए तक महंगा हो जाएगा। यानि आम परिवार को अब खाद्य पदार्थों पर करीब 2 से 3 हजार रुपए तक अधिक खर्च करना होगा।
कोरोना संकट के समय लोगों की आय कम हुई है। जिसमें लाखों लोगों की नौकरी चली गई है। जिससे कोरोना के बाद लोगों की खर्च करने की क्षमता भी कम हुई है। जब लोगों की इनकम कम हो रही है और महंगाई ताबड़तोड़ बढ़ रही है। जब इन्हें जनता को राहत देना चाहिए तब ये जनता को आफत दे रहे हैं, महंगाई की मार दे रहे हैं।