अटल शिक्षा कुञ्ज, कालूझंडा स्थित आईईसी यूनिवर्सिटी के फार्मेसी विभाग द्वारा ‘औषधि विज्ञान में अनुसंधान एवं विकास: अद्यतन और परिप्रेक्ष्य’ विषय पर एक भव्य अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन आगामी 10 व 11 सितंबर को विश्वविद्यालय परिसर में किया जा रहा है, जिसमें कई देशों से प्रतिभागी और शोधकर्ता भाग लेंगे। इस विशेष अवसर पर हिमाचल प्रदेश निजी शैक्षणिक संस्थान नियामक आयोग के अध्यक्ष मेजर जनरल अतुल कौशिक जी एसएम, वीएसएम (सेवानिवृत्त) मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।
इसके अलावा भारतीय फार्मेसी परिषद, नई दिल्ली के उपाध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ०) शैलेंद्र सराफ जी, फार्मेसी संस्थान, पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर, छत्तीसगढ़ के साथ औषधि विज्ञान संस्थान, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र, हरियाणा के निदेशक, प्रोफेसर (डॉ०) ए० सी० राणा, सीडीएससीओ मुख्यालय, नई दिल्ली – ड्रग इंस्पेक्टर श्री मुनीश कक्कर, शिवा इंटरनेशनल नालागढ़, के प्रबंध निदेशक श्री राजन चोपड़ा, यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल साइंसेज, पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से सेवानिवृत्त प्रोफेसर (डॉ०) अनुपम शर्मा जी भी इस सम्मलेन में मुख्य रूप से शामिल होंगे।
इस अवसर पर आईईसी यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो० (डॉ०) जितेंद्र सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि आईईसी स्कूल ऑफ फार्मेसी द्वारा आयोजित इस भव्य अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेना प्रतिभागियों के लिए एक अच्छा अवसर होगा जिसमें मुख्य व्याख्यान प्रस्तुतियों, मौखिक वार्ता, पोस्टर प्रस्तुतियों और प्रदर्शनियों की विभिन्न श्रेणियों में भाग लिया जा सकता है। इस कार्यक्रम के लिए अभी तक विभिन्न विषयों पर आधारित लगभग 200 खोज-पत्रों को चयनित कर लिया गया है, व अन्य प्रतिभागी भी सामान्य शुल्क दे कर 10 सितंबर तक अपने खोज-पत्र आईईसी यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर दी जानकारी के आधार पर भेज सकते हैं। प्रतिभागिओं की सुहूलियत के लिए यह सम्मेलनऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों ही माध्यम में आयोजित किया जा रहा है जिसने कई देशों के विद्वान् और खोजकर्ता भाग लेंगे।
यह अंतर्राष्ट्रीय सम्मलेन हिमाचल प्रदेश निजी शैक्षणिक संस्थान नियामक आयोग, बायोजेंटा ग्रुप ऑफ़ कम्पनीज़ – ऊना, कैपटेब लिमिटेड – बद्दी, बायोसेफ मेडिकल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड – रांची, के सहयोग और मार्गदर्शन से आयोजित किया जा रहा है जिसका मुख्य उद्देश्य वैज्ञानिक समुदाय को विभिन्न प्रासंगिक वैज्ञानिक विषयों से संबंधित पहलुओं और दवा में अनुसंधान के वर्तमान चलन पर चर्चा करने के लिए एक बेहतरीन प्लेटफॉर्म प्रदान करना है, जिससे छात्रों को भी अमूल्य ज्ञान और अनुभव प्राप्त होगा।