राजगढ़ 04 फरवरी
हिमाचल प्रदेश पटवार एवम् कानूनगो भू व्यवस्था संघ के प्रदेशाध्यक्ष शमशेर सिंह ठाकुर ने संयुक्त कर्मचारी महासंघ हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष वीरेन्द्र चैहान को शिक्षा विभाग द्वारा जारी किए गए कारण बताओं नोटिस को हिमाचल प्रदेश सरकार की कर्मचारी विरोधी एवम् दमनकारी नीतियों का परिणाम करार दिया है ।
उन्होने बताया कि संयुक्त कर्मचारी महासंघ का गठन कर्मचारी वर्ग के हितों को ध्यान में रखते हुए तथा कर्मचारी के साथ होने वाले अन्याय से लड़ने के लिए किया गया है। संयुक्त कर्मचारी महासंघ अपने किसी भी कर्मचारी साथी के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं करेगा। वीरेन्द्र चैहान के खिलाफ कारण बताओं नोटिस जारी करके सरकार विभाग के माध्यम से समूचे कर्मचारी वर्ग को धमकाने की कोशिश की जा रही हैं ताकि कोई भी कर्मचारी संगठन सरकार हिमाचल प्रदेश द्वारा अधिसूचित कर्मचारी विरोधी छ्ठे वेतन आयोग की सिफारिशों के खिलाफ आवाज बुलंद न सके। उन्होने कहा कि शायद सरकार भूल गई कि हिमाचल प्रदेश संयुक्त कर्मचारी महासंघ का जन्म ही अन्याय के खिलाफ आवाज बुलंद करने के उद्देश्य से हुआ है।
शमशेर सिंह ठाकुर ने कहा कि जब तक हिमाचल प्रदेश सरकार पंजाब की तर्ज पर छठे वेतन आयोग को लागू नहीं करती महासंघ हिमाचल प्रदेश सरकार का विरोध करता रहेगा। हिमाचल प्रदेश पटवार एवम् कानूनगो भू व्यवस्था संघ की राज्य कार्यकारिणी वीरेन्द्र चैहान के खिलाफ शिक्षा विभाग द्वारा की गई कार्यवाही को तुरन्त प्रभाव से बंद करें । ् संयुक्त कर्मचारी महासंघ द्वारा हिमाचल प्रदेश सरकार को छठे वेतन आयोग में विसंगतियों के उन्मूलन हेतु सुझाए गए उपायों तथा विकल्पों के अनुरूप संशोधित अधिसूचना जारी करने की सरकार मांग करती हैं ताकि कर्मचारियों को छठे वेतन आयोग का लाभ मिल सके।