कुल्लू
अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव को लेकर आबकारी एवं कराधान विभाग भी अलर्ट हो गया है। 24 अक्टूबर से कुल्लू दशहरा उत्सव का आगाज होना है। दशहरा उत्सव में चोरी छुपे व्यापार करने के लिए कोई भी व्यापारी बिना टैक्स दिए हुए उत्पाद को बेचने नहीं पहुंच पाएगा। इसके लिए आबकारी एवं कराधान ने कमर कस ली है।
दशहरा उत्सव में विभाग टैक्स चोरी के मामलों पर कड़ी निगाह रखना शुरू करेगा। अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव में दशहरा कमेटी के पिछले वर्ष लगभग आठ करोड़ रुपये से अधिक के प्लांट बिक गए थे। इसमें से आबकारी एवं कराधान विभाग के खाते में लगभग पौने दो करोड़ रूपये राजस्व प्राप्त हुआ है।
पिछले वर्ष विभाग को यह राजस्व दशहरा कमेटी से डेढ़ करोड़, 26 लाख रेड़क्रॉस सोसाइटी से तथा आठ लाख रूपये तंबोला सोसाइटी से प्राप्त हुआ है। दशहरा उत्सव में देश के विभिन्न प्रांतों से दशहरा उत्सव में व्यापारी पहुंचते हैं। इनमें से कई ऐसे होते हैं जो बिना बिल के ही उत्पाद बेचने आ जाते हैं। इससे सरकार के राजस्व को भी बड़ा चूना लगता है।
कई व्यापारी ऐसे भी होते हैं जो कुल्लू आते समय जगह-जगह हुई नाकाबंदी के दौरान विभागीय दलों को चकमा देकर आगे बढ़ते हैं। लेकिन इस वर्ष आबकारी एवं कराधान विभाग ने भी तैयारियां कर ली हैं। दशहरा उत्सव एक ऐसा बाजार है जहां सूई से लेकर वाहन व अन्य जरूरत का हर सामान उपलब्ध रहता है।