शिमला
जेबीटी प्रशिक्षुओं ने आज अपनी मांगो को लेकर विधानसभा के बाहर धरना दिया। शिक्षा विभाग की गलत नीतियों का आरोप लगाते हुए जेबीटी प्रशिक्षुओं ने जमकर नारेबाज़ी की। JBT भर्ती में बीएड को भी पात्र माना गया है यानी जेबीटी के साथ बीएड वाले अभ्यर्थी भी नौकरी के लिए पात्र माने गए है। ऐसे में पूरे प्रदेश में इसका विरोध शुरू हो रहा है, हालांकि यह मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है।
अभ्यर्थियों का कहना है कि बीएड को जेबीटी में शामिल न किए जाएं क्योंकि प्रदेश में पहले से ही 40 हजार से भी ज्यादा जेबीटी बेरोजगार हैं।इसके विरोध में जेबीटी प्रशिक्षु शिमला पहुंचे और एक बार फिर मुख्यमंत्री के सामने अपनी मांग रखी। हिमाचल प्रदेश में पिछले चार सालों से भी ज्यादा समय से जेबीटी-बीएड विवाद चल रहा है बाबजूद इसके JBT को कोई राहत नही मिल पाई है।