शिमला 09 जून । देश भक्ति का जज्बा और मातृभूमि की रक्षा करने का जनून बचपन से ही दिल और दिमाग में संजोए हुए हार्दिक शर्मा की आखिर सेना में जाने की मुराद पूरी हो गई है । जुन्गा क्षेत्र के 18 वर्षीय हार्दिक शर्मा का राष्ट्रीय सेना आकदमी के लिए हाल ही में चयन होने से अपने माता पिता और क्षेत्र का नाम रोशन किया है । हार्दिक ने बीते वर्ष सिंतबर 2023 में एनडीए की परीक्षा दी थी। राष्ट्रीय स्तर की इस कठिन परीक्षा में हार्दिक का 130वां रेंक आया है । सेना संबधी सभी औपचारिकताएं पूरी करने के उपरांत इन्हें चयन पत्र प्राप्त हुआ है । बता दें कि जुन्गा क्षेत्र से यह पहले होनहार युवा है जिसका चयन एनडीए के लिए हुआ है । सबसे अहम बात यह है कि इस युवा ने बिना किसी कोचिंग से यह मुकाम अपनी मेहनत और दृढ़ इच्छा से हासिल किया है । इनके एनडीए में चयन होने से समूचे जुन्गा क्षेत्र में एक खुशी की लहर है ।
हार्दिक शर्मा का जंन्म जुन्गा के समीप ढलियाना में वर्ष 2006 में हुआ । इनके पिता सोहन लाल शर्मा एक प्रगतिशील कृषक है और माता अनुपमा शर्मा गृहिणी हैं । हार्दिक ने अपनी मेट्रिक तक की शिक्षा स्टोक्स मेमोरियल पब्लिक स्कूल पुजारली से और 12वीं कक्षा डीएवी स्कूल लक्कड़ बाजार शिमला से हाल ही में उतीर्ण की है । साधारण परिवार में जन्मे इस होनहार बालक ने अपने माता पिता का सेना में अधिकारी बनने का सपना पूरा किया है । एक साक्षातकार में हार्दिक शर्मा से जब इस बारे बातचीत की गई । उन्होने बताया कि सेना में अधिकारी बनकर मातृभूमि की सेवा और रक्षा करना उनका बचपन से ही शौक था । उन्होने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता को दिया । हार्दिक ने कहा कि यदि दिल में कुछ करने की दृढ़इच्छा हो तो कोई भी कार्य असंभव नहीं होता है । उन्होने बताया कि वह आगामी 22 जून को खडेवासला पूणे में सेना की ट्रेनिग के लिए जा रहे हैं ।