गत बुधवार दोपहर बाद को बांजनी गांव की महिलाएं रोजमर्रा की तरह अपने पालतू पशुओं को चराने जंगल मे ले कर गयी थी। घास पत्ती खाते खाते दो पालतू बैल जंगल मे लगे विद्युत विभागीय खम्बे के समीप पँहुच गए। जंहा उन्हें जोरदार करंट का झटका लगा व लड़खड़ाते हुए पहाड़ी से लगभग 30 से 40 मीटर नीचे गिर गए। ततपश्चात एक पालतू बकरी भी करंट की चपेट में आकर मर गई। जिस कारण विद्युत विभागीय खम्बे मे आये करंट की भनक ग्रामीण लोगो को पड़ गई। उन्होंने तुरंत अन्य पालतू पशुओं को खम्बे से दूर कर दिया व उन्होंने तुरन्त स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों व विद्युत विभागीय कर्मियों को इसकी सूचना दे दी।
इतना ही नही मृतक पशुओं के मालिकों ने इसकी सूचना मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर 1100 पर भी दे दी। थोड़ी देर पश्चात विद्युत विभागीय कर्मियों ने मौके पर पंहुचकर खम्बे में आये करंट को दरुस्त किया। पशु चिकित्सक ने भी मौके पर पंहुचकर मृत दो बेलो व बकरी का पोस्टमार्टम किया। ग्रामीणों को मलाल है कि विभागीय लापरवाही का खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। पशुओं के मालिक सतीश कुमार व मनसा राम ने बताया कि रोजमर्रा की तरह पशुओं को जंगल मे चराने ले गए थे। बिजली के खम्बे में अचानक करंट आ गया। जिसकी वजह से दो बैल व एक बकरी करंट की चपेट में आ गए। स्थानीय ग्रामीणों ने सरकार से गुहार लगाई है कि उक्त ग्रामीणों को तुरन्त आर्थिक राहत दिलाई जाए व भविष्य में ऐसा हादसा न हो इस बारे भी कोई कदम उठाए जाएं।