लाहौल
सरचू सीमा विवाद फिर गहरा गया है। हिमाचल प्रदेश की सरचू सीमा में लेह-लद्दाख ने 14 किलोमीटर अंदर तक कब्जा कर लिया है। स्थानीय जन प्रतिनिधियों ने इसे लेकर चिंता जताई है। उनका कहना है कि लाहुल स्पीति के सरचू के छरब नाला में हाल ही में लेह-लद्दाख ने पिलर गाड़ दिए हैं। उनका कहना है कि हिमाचल की अफसरशाही मूक दर्शक बनी हुई है। लेह-लद्दाख सीमा विवाद के इस मसले को सुलझाने में हिमाचल का सहयोग नहीं कर रहा। सरचू में जिस जगह लद्दाख ने अवैध कब्जा किया है वहां बीते दिनों सर्वे जनरल ऑफ इंडिया की टीम ने दौरा भी किया है। लेकिन लेह-लद्दाख की ओर से कोई भी अधिकारी इसमें शामिल नहीं हुआ।दारचा पंचायत के प्रधान अशोक ने बताया कि सरचू में लेह-लद्दाख ने काफी अंदर तक पिलर गाड़ दिए हैं। वह कई बार इस मसले को प्रशासन से उठा चुके हैं। मगर, इसका समाधान नहीं निकाला जा रहा है। पंचायत की ओर से कई बार प्रशासन को प्रस्ताव सौंपकर बैरियर लगाने की मांग की जा चुकी है। मगर, इस मांग को पूरा नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि टीएसी की बैठक में विधायक रवि ठाकुर ने यह मामला प्रमुखता से उठाया था। मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने पुलिस को पोस्ट लगाने के निर्देश दिए थे। मगर, अब तक इसे स्थापित नहीं किया गया। एसपी लाहुल स्पीति मयंक चौधरी ने बताया कि उन्होंने सरचू में पुलिस पोस्ट बनाने के लिए एक प्रस्ताव पुलिस मुख्यालय को भेज रखा है। इसकी मंजूरी मिलते ही इसे स्थापित कर दिया जाएगा।उपायुक्त लाहुल स्पीति राहुल कुमार ने कहा कि लेह-लद्दाख से सीमा विवाद का मुद्दा सर्वे जनरल ऑफ इंडिया से उठाया गया है। उनके आग्रह पर बीते दिनों सर्वे जनरल ऑफ इंडिया की टीम ने भी मौके का दौरा कर लिया है। मगर, लेह-लद्दाख की ओर से कोई भी अधिकारी उपस्थित नहीं हुआ। उन्होंने मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट दे दी है। अब दोबारा सर्वे जनरल ऑफ इंडिया की टीम दोनों पक्षों को सुनकर इस विवाद को सुलझाएंगा।