डाॅ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल काॅलेज एवं अस्पताल टांडा में प्रशासन द्वारा मरीजों व उनके तीमारदारों को हर उचित सुविधा देने के बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं लेकिन जमीनी स्तर पर ये दावे कितने सही साबित होते हैं इसका उदाहरण वीरवार को उस समय देखने को मिला जब सुपर स्पैशलिस्ट में लगी लिफ्ट अचानक बंद हो गई। इस दौरान 8 लोग भी लिफ्ट में फंस गए। लिफ्ट में सवार लोगों ने जब आपातकालीन हॉर्न का प्रयोग करना चाहा तो वे सिस्टम भी पूरी तरह से फेल हो गया, ऐसे में लगभग 15 मिनट तक लोग लिफ्ट में ही फंसे रहे।
लिफ्ट में फंसे लोगों का कहना है कि अचानक लिफ्ट के बंद होने के बाद जब कहीं से भी उन्हें मदद नहीं मिली तो हार मान ली। अचानक लिफ्ट फिर चली और वे लिफ्ट से बाहर निकले। उन्होंने कहा कि इस बारे अस्पताल स्टाफ को भी बताया लेकिन उन्होंने इस पर गंभीरता नहीं दिखाई। लिफ्ट में फंसे लोगों का कहना है कि अगर इसी तरह से अस्पताल में परेशानी अगर बीमार लोगों को आती है तो यहां इलाज के लिए कौन आएगा। इस बारे टांडा बिजली विभाग के एसडीओ अशोक ठाकुर का कहना है कि उन्हें इस बारे जानकारी मिली है। कम्पनी से बात हुई है। अगर लिफ्ट में कोई खराबी है तो जल्द ठीक करवा दी जाएगी।